देश विदेश के नामी कारपोरेट्स, बैंकर्स, व्यावसायिक हस्तियों की उपस्थिति में शुक्रवार से शुरू हुए ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (जीआईएस) में उत्तर प्रदेश को 32 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव (Investment proposal) मिले हैं।
जीआईएस के उद्घाटन सत्र में मौजूद रिलायंस समूह के मुकेश अंबानी ने अगले चार सालों में उत्तर प्रदेश में 75,000 करोड़ रुपये तो कुमार मंगलम बिड़ला ने 50,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है।
पहली बार प्रदेश के पिछड़े इलाकों में शुमार होने वाले पूर्वांचल और बुंदेलखंड में भी उद्योग लगाने के लिए खासी तादाद में निवेशकों ने इच्छा जताई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीआईएस के उद्घाटन के मौके पर बताया कि अब तक 18,643 एमओयू हो चुके हैं जबकि 32.92 लाख करोड़ रुपये के कुल निवेश प्रस्ताव आए हैं। इस निवेश के के साथ प्रदेश भर में लगने वाले उद्योग के जरिए 92.50 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक रूप से पिछड़े इलाकों में शुमार होने वाले बुंदेलखंड के लिए जीआईएस के दौरान 4.28 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इसी तरह से पूर्वांचल के जिलों में उद्योग लगाने के लिए 9.55 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जीआईएस के लिए दुनिया भर के 16 देशों के 21 शहरों में रोड शो किए गए और सात लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश प्रस्ताव प्राप्त किया गया। इसी तरह देश के 10 बड़े महानगरों में रोड शो का आयोजन किया गया।
उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ में आज हो रहे जीआईएस की ही तर्ज पर प्रदेश के सभी 75 जिलों में उद्यमी सम्मेलन एक साथ हो रहे हैं। जीआईएस से पहले प्रदेश सरकार ने 25 अलग-अलग क्षेत्रों में उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहन देने के लिए सेक्टोरल पालिसी बनायी। इन सभी क्षेत्रों में निवेश के प्रस्ताव मिले हैं।
निवेशकों की राह आसान करने के लिए निवेश मित्र, निवेश सारथी जैसे पोर्टल शुरू किए गए। उद्यमियों को दिए जाने वाले इंसेंटिव व जरुरी मंजूरियों को ऑनलाइन देने का काम शुरू किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते पांच सालों में उत्तर प्रदेश से निर्यात दोगुना हो गया है। मेडिकल डिवाइस पार्क, फिल्म सिटी, फार्मा पार्क, एमएसएमई पार्क, लॉजिस्टिक पार्क, खिलौना पार्क, इलेक्ट्रॉनिक्स पार्क और इंटीग्रेटेड फैक्ट्री कांप्लेक्स जैसी शुरुआत हुयी जिनसे निवेशकों पर सकारात्मक असर पड़ा है।