वैश्विक निवेशक सम्मेलन में 33.50 लाख करोड़ रुपये का निवेश आना उत्तर प्रदेश की साख का उदाहरण है और पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के साथ प्रदेश ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने की ओर से तेजी से बढ़ेगा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में बुधवार को बजट पर जारी चर्चा में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छह साल में प्रदेश का आकार दोगुने से अधिक बढ़ा है। उन्होंने कहा कि 2016-17 में जो बजट 3.40 हजार करोड़ था वो इस बार दोगुने से अधिक यानी 6.90 हजार करोड़ से अधिक का रहा है। यह उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के विस्तार को प्रस्तुत करता है। यह जीडीपी में विकास की प्रगति को, पर कैपिटा इनकम में वृद्धि को प्रस्तुत करता है। विपक्ष पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को आप लोगों ने बीमारू बना दिया था, आज वह बीमारू से उबर चुका है, देश की बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा कि पहला ग्राउंड ब्रेकिंग होने दीजिए यूपी नंबर दो की अर्थव्यवस्था होगी और पांच साल में देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था होगा। उन्होंने आगे कहा कि पिछले पांच वर्ष में कोई अतिरिक्त टैक्स जनता पर नहीं लगाया। पेट्रोल डीजल के दाम यूपी में सबसे कम है, अगल-बगल के राज्यों से मिला लीजिए। उत्तर प्रदेश में जीएसटी देने के लिए व्यापारी वर्ग उतावला है और अब तक 26 लाख से अधिक व्यापारियों ने जीएसटी में रजिस्ट्रेशन किया है और लगातार कर रहा है। सरकार ने हर व्यापारी को 10 लाख की सुरक्षा बीमा का कवर उपलब्ध कराया है।
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के बजट व निवेशक सम्मेलन पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए योगी ने कहा कि वह कह रहे थे कि मुख्यमंत्री दावोस गए होते तो 50 लाख करोड़ का प्रस्ताव आता। यह दर्शाता है कि उन्हें विश्वास है कि प्रस्ताव आए हैं। ये जनविश्वास और सरकार की क्रेडिबिलिटी का ही प्रतीक है। यह 2017 से पहले क्यों नहीं आता था। उन्होंने कहा कि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ ने प्रदेश के पारंपरिक उत्पाद और एमएसएमई को नया जीवन दिया, जिसका परिणाम है कि उत्तर प्रदेश एक्सपोर्ट का हब बना है। आज उत्तर प्रदेश 2016-17 की तुलना में दोगुना से अधिक एक्सपोर्ट कर रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आज रेवेन्यू सरप्लस स्टेट है। पहले राजस्व 86 हजार करोड़ का आता था। इस बार 31 मार्च तक कुल रेवेन्यू 2 लाख 30 हजार करोड़ का लाने जा रहे हैं जो दोगुने से ज्यादा है। जीएसटी 49-51 हजार करोड़ 2016 में आता था, अब 1 लाख 24 हजार करोड पार करने जा रहा है। आबकारी राजस्व में 2016-17 में प्रदेश को 12 हजार करोड़ से कुछ ज्यादा पैसा मिला था, इस बार 45 हजार करोड़ आने जा रहा है।उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने कोविड 19 जैसी महामारी का सामना करते हुए राजकोषीय घाटे को नियंत्रण में रखा, ये सरकार के वित्तीय प्रबंधन का बेहतरीन नमूना है, जिसके लिए विपक्ष को सरकार की सराहना करना चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी ने 2022-23 के बजट की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस बजट में जनता से जो वायदे किए थे उन सबको इसमें समाहित किया है। विधानसभा के 2022 के चुनावों में पार्टी ने लोक कल्याण संकल्प पत्र को जारी करते हुए 130 संकल्प का वादा किया था। अब 130 मे से 110 संकल्पों के लिए बजट की व्यवस्था की गई है। कुल 64,700 करोड़ की राशि की इसके लिए व्यवस्था की गई है। गरीब, किसान, नौजवान, महिलाओं के लिए इस धनराशि की व्यवस्था की गई है।