उत्तर प्रदेश में रविवार को समाप्त हुए तीन दिन के वैश्विक निवेशक सम्मेलन (GIS) ने निवेश प्रस्तावों के मामले में रिकॉर्ड बनाया है। GIS के दौरान उत्तर प्रदेश को 33.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इस दौरान करीब 17,000 MoU पर हस्ताक्षर किए गए हैं और इस निवेश के चलते प्रदेश में 93 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
समापन समारोह में अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर काफी काम किया गया जिसका निवेशकों को आकर्षित करने में बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि देश के विकास के अमृतकाल में यूपी का महत्त्वपूर्ण योगदान होगा।
उतर प्रदेश ने अनेक औद्योगिक क्षेत्रों के लिए अलग-अलग नीतियां लागू की, जिनका फायदा मिला है। प्रदेश गेंहू, चावल, गन्ना और आलू सहित दूध के उत्पादन में देश में पहले स्थान पर है। इसके चलते उत्तर प्रदेश में कृषि आधारित उद्यगों के लिए अपार संभावनाएं हैं।
निवेशक सम्मेलन के दौरान बड़ी तादाद में खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में उद्योग लगाने के लिए लोग आगे आए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन की निरंतरता निवेश में सहायक साबित होती है। प्रदेश में 33 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश आया है और इससे रोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 95 लाख से ज्यादा MSME हैं जो देश में सबसे अधिक हैं। MSME सबसे ज्यादा रोजगार पैदा करता है। प्रदेश के निर्यात को बढ़ाने में एक जिला एक उत्पाद (ODOP) का भी महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। यह निवेशकों के लिए भी आकर्षक है। उन्होंने कहा कि निवेशक सम्मेलन में महिला उद्यमियों को भी खासा प्रोत्साहन दिया गया जो अच्छी बात है।
समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि GIS अभूतपूर्व रूप से सफल रहा है और कुल 33.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इस दौरान 17,000 से ज्यादा MoU हुए हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश का मतलब केवल NCR हुआ करता था पर GIS ने इस धारणा को तोड़ा है। इस बार के निवेशक सम्मेलन में प्रदेश के सभी 75 जिलों में निवेश आया है। सबसे कमजोर माने जाने वाले पूर्वांचल और बुंदेलखंड में भी खासा निवेश आया है। जहां पूर्वांचल में 9.54 लाख करोड़ तो बुंदेलखंड में 4.28 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है। इन निवेश की परियोजनाओं से प्रदेश में 93 लाख से ज्यादा लोगों को नौकरी मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी असीम संभावनाओं का प्रदेश है और GIS ने औद्योगिक निवेश की संभावनाओं को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि GIS में 40 देशों के उद्यमी आए और 10 देश पार्टनर कंट्री बने जिनमें नीदरलैंड, इटली, यूएई, यूके, डेनमार्क, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, मॉरीशस व सिंगापुर आदि शामिल हैं।
GIS के दौरान आयोजित विभिन्न सत्रों में राजनाथ सिंह, अमित शाह, पीयूष गोयल, अश्विनी वैष्णव, अनुराग ठाकुर, मनसुख मंडाविया, स्मृति ईरानी, ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित कई केंद्रीय मंत्रियों ने भागीदारी की। साथ ही 9 देशों के उच्चायुक्त अथवा राजदूतों की भी GIS में भागीदारी रही है।
देश व दुनिया के करीब 25,000 लोग इस GIS का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि यूपी अब निवेश का भी हब बन गया है। निवेश करने वाले सभी को नीतियों के हिसाब से समय पर प्रोत्साहन, रियायत व अन्य लाभ मिले इसके लिए भी प्रदेश सरकार ने व्यवस्था की है।