सरकारी कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड और निजी वाणिज्यिक खानों सहित घरेलू कोयला कंपनियों ने इस वित्त वर्ष में अब तक संचयी रूप से 50 करोड़ टन कोयले की आपूर्ति (Coal Supply) की है। यह जानकारी कोयला मंत्रालय ने बयान में दी।
मंत्रालय ने बयान में बताया, ‘वित्त वर्ष 2023-24 में कोयला मंत्रालय ने ग्राहकों के लिए 101.2 करोड़ टन कोयले का उत्पादन व आपूर्ति का लक्ष्य तय किया है। मंत्रालय ने 17 अक्टूबर, 2023 तक 50 करोड़ टन कोयले की रिकॉर्ड खेप भेजने का लक्ष्य हासिल किया है।’
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मंत्रालय के अनुसार पहली छमाही की तुलना में दूसरी छमाही में कोयले का उत्पादन व आपूर्ति आमतौर पर अधिक रहता है। लिहाजा इस वित्त वर्ष में 1 अरब टन से अधिक कोयले की खेप भेजी जा सकती है। भेजे गए 50 करोड़ टन में से बिजली क्षेत्र को 41.657 करोड़ टन की आपूर्ति हुई और गैर नियमित क्षेत्र को 8.477 करोड़ टन की आपूर्ति (Coal Supply) हुई। इस साल बिजली क्षेत्र को कोयले की परिवहन दर में 7.27 प्रतिशत का वृद्धि हुई जबकि गैर नियमित क्षेत्र को यह वृद्धि 38.02 प्रतिशत थी। बीते वित्त वर्ष के दौरान 89.319 करोड़ टन कोयले की खेप भेजी गई थी।
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राष्ट्रीय खनिक सीआईएल ने हाल ही में कहा था कि उसने त्योहारी मौसम से पहले बिजली संयंत्रों को अक्टूबर 2023 के पहले पखवाड़े में 2.35 करोड़ टन कोयले की आपूर्ति की थी।