Raksha Bandhan 2023: बाजार खूबसूरत राखियों से पटा पड़ा है। इस साल राखी के त्योहार पर जमकर खरीदारी भी हो रही है जिसको देखते हुए कारोबारी संगठन दावा कर रहे हैं कि इस साल रक्षाबंधन के अवसर पर देशभर में करीब 10 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है। पिछले साल इस अवसर पर करीब 7,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। कारोबारी संस्थाओं की तरफ से 31 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने की अपील की गई है।
कॉन्फडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की तरफ से साझा की गई जानकारी में दावा किया गया है कि इस वर्ष राखी पर देशभर में लगभग 10 हजार करोड़ रुपये के व्यापार होने की उम्मीद है जबकि पिछले वर्ष यह व्यापार लगभग 7 हजार करोड़ रुपये का था वहीं वर्ष 2021 यह व्यापार 6 हजार करोड़ रुपये का था जबकि वर्ष 2020 में 5 हजार करोड़, वर्ष 2019 में 3,500 करोड़ तथा वर्ष 2018 में 3 हजार करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था।
बाजार में तरह-तरह की राखियां बिक रही हैं। कैट के महाराष्ट्र प्रदेश के अध्यक्ष सचिन निवांगुने ने बताया कि देश के विभिन्न शहरों के मशहूर उत्पादों से विशेष प्रकार की राखियां बनाई गईं है। नागपुर में बनी खादी राखी, जयपुर में सांगानेरी कला राखी, पुणे में बीज राखी, मध्य प्रदेश के सतना में ऊनी राखी, आदिवासी वस्तुओं से बनी बांस की राखी, असम में चाय पत्ती राखी, कोलकाता में जूट राखी, मुंबई में रेशम राखी, केरल में खजूर राखी, कानपुर में मोती राखी, बिहार में मधुबनी और मैथिली कला राखी, पांडिचेरी में सॉफ्ट पत्थर की राखी, बैंगलोर में फूल राखी आदि शामिल हैं। देश का गर्व प्रदर्शित करने वाली तिरंगा राखी, चंद्रयान राखी, G20 के स्लोगन वसुधैव कुटुंबकम की राखी, भारत माता की राखी भी बाजार में उपलब्ध है।
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कैट के महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री शंकर ठक्कर ने बताया कि 30 अगस्त, रक्षा बंधन से शुरू होकर 24 नवंबर, तुलसी विवाह के दिन तक त्योहारी अवधि के दौरान, सामानों की बिक्री के माध्यम से देश के बाजारों में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये की बिक्री होने की उम्मीद है। इस वर्ष त्यौहार श्रृंखला रक्षा बंधन से शुरू होगी और जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, नवरात्रि, दुर्गा पूजा, दशहरा, करवा चौथ, धनतेरस, दीवाली, गोवर्धन पूजा, छठ पूजा सहित अन्य त्योहारों सहित तुलसी विवाह के दिन सम्पन्न होगी।
इस त्योहारी श्रृंखला की अवधि के दौरान उपभोक्ताओं की मांगों को पूरा करने के लिए देश का व्यापारिक समुदाय पूरी तरह से तैयार है और पर्याप्त मात्रा में सभी उत्पादों का स्टॉक व्यापारियों ने कर लिया है। देश के सभी राज्यों में व्यापारी भारतीय सामान को ही बेचेंगे क्योंकि उपभोक्ता भी अब भारतीय सामान की मांग कर रहे हैं।
कॉन्फडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की ओर से 1 सितंबर से देश भर में चीनी सामान के बहिष्कार का अभियान चलाया जा रहा है जो 31 दिसंबर तक चलेगा। मुंबई सहित देशभर के व्यापारियों को सलाह दी गई है कि 30 अगस्त को सारे दिन भद्रा काल है जिसमें कोई भी मंगल कार्य निषेध है, इसलिए देश भर के व्यापारी 31 अगस्त को ही रक्षाबंधन का पवित्र त्यौहार मनाएं। कैट ने इस तरह की एडवाइजरी देश के सभी व्यापारी संगठनों को भेजी है।