पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को कहा कि बीस प्रतिशत एथनॉल मिश्रण वाले ईंधन (ई-20) की खुदरा बिक्री के लिए 2025 तक पूरे देश में विशेष पेट्रोल पंप होंगे। ई-20 ईंधन में पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल का मिश्रण होता है।
पुरी ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से उद्योग संगठन इंडियन मर्चेन्ट चैंबर (आईएमसी) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) को संबोधित करते हुए कहा कि पहला ई-20 स्टेशन इस साल आठ फरवरी को शुरू हो गया। यह लक्षित समय अप्रैल से बहुत पहले था।
अभी तक इनकी संख्या 600 को पार कर चुकी है और 2025 तक यह पूरे देश में होंगे। उन्होंने कहा कि मंत्रालय इसी महीने एक वैश्विक जैव-ईंधन गठबंधन पेश करेगा।
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मंत्री ने कहा कि पेट्रोल में एथनॉल का मिश्रण 2013-14 में 1.53 प्रतिशत से मार्च, 2023 में लगभग 11.5 प्रतिशत हो गया है। मात्रा के हिसाब से, एथनॉल मिश्रित पेट्रोल 2013-14 में 38 करोड़ लीटर से बढ़कर 2021-22 में 433.6 करोड़ लीटर हो गया है। उन्होंने कहा कि इसी तरह, जैव-ईंधन बेचने वाले पेट्रोल पंपों की संख्या 2016-17 में लगभग 29,890 से लगभग तीन गुनी 67,640 हो गई है।
सरकार का लक्ष्य 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का है। सरकार लक्षित समय से पहले इसे 11.5 प्रतिशत कर चुकी है। सरकार ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिलाने के लक्षित समय को 2030 से पांच साल पहले कर 2025 किया है।
पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य भी लक्ष्य से पहले जून 2022 में किया गया है। पुरी ने कहा कि रूस और अन्य गैर-खाड़ी बाजारों से कच्चे तेल के बढ़ते आयात के साथ, देश ने आयात का दायरा भी बढ़ाया है। वित्त वर्ष 2006-07 में 27 देशों से आयात होता था, जो 2023 में बढ़कर 39 पहुंच गया है।