महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में आयोजित विश्व हिंदू आर्थिक सम्मेलन (वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम) में कहा कि राज्य को देश का सबसे विकसित राज्य बनाने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था आधे ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य पार कर चुकी है और 2028 से 2030 के बीच यह 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में मुंबई को देश की फिनटेक राजधानी बनाने की योजना है। इसके साथ ही, राज्य सरकार हरित ऊर्जा, जल संरक्षण और बुनियादी ढांचे के विकास जैसे क्षेत्रों में भी काम कर रही है।
भारत की प्रगति और महाराष्ट्र का योगदान
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है। भारत ने पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। उन्होंने कहा कि 2030 तक भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा, लेकिन यह लक्ष्य 2028 तक ही हासिल कर लिया जाएगा।
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र इस राष्ट्रीय वृद्धि गाथा का एक अहम हिस्सा बनेगा। राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देने के लिए नागपुर-मुंबई समृद्धि राजमार्ग जैसे प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है। यह 700 किलोमीटर लंबा राजमार्ग 16 जिलों को जोड़ता है और जेएनपीटी बंदरगाह तक पहुंच प्रदान करता है, जिससे राज्य का लॉजिस्टिक्स नेटवर्क और मजबूत होगा।
विकास की नई नीतियां और योजनाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि महाराष्ट्र को विकसित राज्य बनाने के लिए एक सलाहकार समिति बनाई गई है, जो यह अध्ययन करेगी कि राज्य किन क्षेत्रों में और आगे बढ़ सकता है। राज्य सरकार सड़कों, विमानन और बंदरगाहों के विकास पर जोर दे रही है।
फडणवीस ने कहा कि भारत की संस्कृति और विकास मॉडल ने पूरी दुनिया को चौंका दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिमी संस्कृति में केवल सक्षम लोग विकास करते हैं, जबकि भारत में हर व्यक्ति को आगे बढ़ने का अधिकार है। महाराष्ट्र सरकार की योजनाओं और नई नीतियों से राज्य तेजी से विकास कर रहा है। यह न केवल भारत की आर्थिक प्रगति में अहम भूमिका निभा रहा है, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर भी मजबूत बना रहा है।