महाराष्ट्र में इस बार बेमौसम बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य के कई हिस्सों में करीब हर महीने रुक रुककर बारिश हो रही है। मुंबई और आसपास के इलाकों में गुरुवार को तड़के भी आंधी और गरज चमक के साथ बेमौसम बारिश हुई। पिछले 24 घंटे में मुंबई में 14.8 मिलीमीटर बारिश हुई। इस साल अप्रैल में सर्वाधिक बारिश हुई है।
मुंबई के कई हिस्सों में गुरुवार को तड़के आंधी के साथ बेमौसम बारिश होने से शहर में उमस भरी गर्मी से राहत मिली। इसके साथ ही अप्रैल महीने में बारिश ने नया रिकॉर्ड बना दिया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की वैज्ञानिक सुषमा नायर ने बताया कि सांताक्रूज मौसम केंद्र में 14.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। यह शहर में अप्रैल में दर्ज की गई सर्वाधिक बारिश है। इससे पहले शहर में अप्रैल में सर्वाधिक 7.2 मिलीमीटर बारिश 22 अप्रैल, 1974 को हुई थी।
यह बारिश एक स्थानीय घटना है और शहर के केवल पश्चिमी उपनगरों में बारिश हुई, कोलाबा मौसम केंद्र में कोई बारिश दर्ज नहीं की गई। मालवानी दमकल केंद्र और गोरेगांव में 21-21 मिलीमीटर, बोरीवली दमकल केंद्र में 19 मिलीमीटर, एचबीटी ट्रॉमा केयर हॉस्पिटल (जोगेश्वरी) में 17 मिलीमीटर, मरोल दमकल केंद्र में 14 मिलीमीटर और कांदिवली दमकल केंद्र में 12 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
अधिकारियों ने बताया कि शहर में देर रात एक बजे से दो बजे के बीच बिजली चमकी और गरज के साथ भारी बारिश हुई कुछ निचले इलाकों में थोड़ी देर भारी बारिश होने के कारण पानी भर गया। हालांकि कहीं भी जलभराव की शिकायत नहीं मिली है।
आंधी और तेज हवाएं चलने से कुछ इलाकों में पेड़ गिर गए और कुछ घरों की टिन की छतें उड़ गईं। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) के मुताबिक, बारिश के कारण किसी के घायल होने की कोई जानकारी नहीं मिली और न ही इसका सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में कोई असर पड़ा।
राज्य में इस साल बारिश का कहर लगातार जारी है जिसके कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ है। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने कहा कि राज्य में हाल में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से एक लाख एकड़ से अधिक की फसल बर्बाद हो गई है।
राज्य में प्याज, पपीता, अंगूर और अन्य फसलें नष्ट हो गई हैं। इस पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि इस महीने हुई बारिश से फसलों के नुकसान का पंचनामा जारी है। जबकि पिछले महीने हुई बेमौसम की बारिश से किसानों के फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा देने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने 177.8 करोड़ रुपये जारी किये।
राज्य सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक सत्यापन के बाद राज्य सरकार ने उन जिलों के किसानों के लिए 177.8 करोड़ रुपये की राशि जारी की, जहां पर पिछले महीने बेमौसमी बारिश से फसलों को नुकसान हुआ था। राज्य सरकार के मुताबिक औरंगाबाद राजस्व डिवीजन के आयुक्त को 84.75 करोड़ रुपये, नासिक डिवीजन को 63.09 करोड़, अमरावती को 24.57 करोड़ और पुणे को 5.37 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई।
बेमौसम बारिश से नुकसान और मानसूनी बारिश कम होने की आशंका ने किसानों को परेशान कर दिया है। हालांकि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सामान्य बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन के मुताबिक पूरे देश में जून से सितंबर तक दक्षिण पश्चिम मानसून की 96 फीसदी वर्षा होने की संभावना है और किसानों को कम वर्षा के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
1971-2020 के आंकड़ों के आधार पर पूरे देश में मौसमी वर्षा का एलपीए 87 सेमी है। IMD के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि IMD मई 2023 के अंतिम सप्ताह में मानसून के मौसम की वर्षा के लिए अपडेटेड पूर्वानुमान जारी करेगा।