भारत का समुद्री उत्पादों का निर्यात अप्रैल 2025 में डॉलर के हिसाब से करीब 18 प्रतिशत बढ़कर 58.2 करोड़ डॉलर और रुपये के हिसाब से करीब 21 प्रतिशत बढ़कर 4,981 करोड़ रुपये हो गया। आंकड़ों के अनुसार अमेरिका के शुल्क के बारे में शुरुआती आशंकाएं धूमिल होने पर तीन माह के विराम के बाद यह वृद्धि दर्ज हुई।
हालांकि समुद्री खाद्य उत्पादों का निर्यात में मार्च 2024 की तुलना में मार्च 2025 में सालाना आधार पर डॉलर वृद्धि को लेकर गिरावट दर्ज हुई थी। भारत से हर साल होने वाले समुद्री उत्पाद के निर्यात में करीब 35-40 प्रतिशत का निर्यात अमेरिका को होता है। भारत के समुद्री उत्पाद निर्यात का सबसे बड़ा गंतव्य अमेरिका है। अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले समुद्री उत्पाद में सबसे बड़ी हिस्सेदारी झींगा की है।
यह भी पढ़ें…ट्रंप प्रशासन का हार्वर्ड में विदेशी छात्रों पर प्रतिबंध: भारत-चीन के स्टूडेंट्स की बढ़ी चिंताएं
उद्योग के अनुसार, ‘अप्रैल के शुरुआती दिनों में अमेरिका को निर्यात को लेकर अनिश्चितताएं कायम थीं। इसका कारण यह था कि अमेरिका ने भारत पर 26 प्रतिशत जवाबी शुल्क लगाया था और खरीदारों ने 2-3 दिन तक भारत के आपूर्तिकर्ताओं से खरीदारी रोक सी दी थी। हालांकि इन शुल्कों को लागू करना तीन महीने के लिए लंबित कर दिया गया और आशंकाएं कुछ धूमिल हुई। इससे निर्यात फिर शुरू हुआ।’भारत से अमेरिका को निर्यात करने वाले सभी उत्पादों के आधार पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाए जाने से दाम बढ़ गए लेकिन अगले कुछ महीनों में दाम स्थिर हो जाएंगे।’