जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) और फिल्म सिटी जैसी बड़ी परियोजनाओं के धरातल पर आने के बाद अब यमुना एक्सप्रेस वे विकास प्राधिकरण (यीडा) में बन रहे अपैरल पार्क (Apparel Park) में भूखंडों की मांग ने तेजी पकड़ी है।
यीडा के सेक्टर 29 में क्लस्टर के तौर पर बन रहे इस अपैरल पार्क में देश की जानी मानी कंपनियों ने अपनी इकाई की स्थापना के लिए जमीन मांगी है।
प्राधिकरण सेक्टर 29 में 175 एकड़ के क्षेत्र में अपैरल पार्क की स्थापना कर रहा है जहां टेक्सटाइल व संबंधित उद्योग से संबंधित कंपनियों को जमीन दी जानी है।
अपैरल पार्क बल्लभगढ़ के पास दिल्ली नोयडा एक्सप्रेस वे के करीब बनाया जा रहा है। इस अपैरल पार्क को राष्ट्रीय राजमार्ग से भी जोड़ा जा रहा है जबकि प्राधिकरण में रैपिड रेल के निर्माण की संभावनाएं भी देखी जा रही हैं। इन सब सुविधाओं के बाद यहां लगने वाली इकाइयों के लिए कारोबार में और भी सुगमता होगी।
प्राधिकरण अधिकारियों का कहना है कि इस पार्क में कुल 89 औद्योगिक भूखंड विकसित किए जा रहे हैं। अब तक इनमें से 81 भूखंडों के लिए आवंटन किया जा चुका है। हालांकि अभी भी करीब 70 से ज्यादा औद्योगिक इकाइयों के लिए इस अपैरल पार्क में भूखंड की मांग की जा रही है।
अपैरल पार्क में 64 भूखंडों के लीज प्लान को स्वीकृत करते हुए उन्हें निर्माण के लिए जरुर अनुमतियां दी जा चुकी हैं। कुल 39 इकाइयों को अपैरल पार्क में जमीन पर भौतिक कब्जा भी दिया जा चुका है जिन पर जल्दी ही निर्माण भी शुरू कर दिया जाएगा।
अधिकारियों का कहना है कि अपैरल पार्क में कन्वेंशन सेंटर के साथ ही एग्जिबिशन सेंटर और डेडिकेटेड कार्गो की स्थापना की जाएगी। जेवर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के साथ ही डेडिकेटेड कार्गो विकसित किया जा रहा है जिसमें सबसे ज्यादा फायदा अपैरल पार्क में लगने वाली टेक्सटाइल इकाइयों को ही होगा।
जेवर के कार्गो सेंटर की वजह से यहां से तैयार माल की ढुलाई सस्ती पड़ेगी। जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में कार्गो सेंटर में सबसे ज्यादा 37 फीसदी की हिस्सेदारी टेक्सटाइल उद्योग की होने का अनुमान लगाया गया है।
हाल ही में यमुना एक्सप्रेस वे विकास प्राधिकरण ने औद्योगिक भूखंडों में जमीनी निर्माण की अनुमति को बढ़ा दिया है। अब यीडा में मिलने वाले औद्योगिक भूखंडों पर 60 फीसदी तक भूतल पर निर्माण किया जा सकेगा। इस अनुमति के बाद भी यहां औद्योगिक भूखंडों की मांग बढ़ रही है।