facebookmetapixel
‘राज्य के सभी मतदाताओं को मेरा नमन’, जीत के बाद बोले नीतीश: सबके सहयोग से बिहार और आगे बढ़ेगादिल्ली ट्रैफिक अलर्ट! VVIP मूवमेंट से आज कई मार्गों पर डायवर्जन, पीएम मोदी के भाजपा मुख्यालय जाने की संभावनामहंगे IPO में बढ़ते रिस्क पर एक्सपर्ट्स की चेतावनी: निवेशक वैल्यूएशन समझकर ही लगाएं पैसाBihar Election Results: प्रशांत किशोर की बड़ी हार! जन सुराज के दावे फेल, रणनीति पर उठे सवालBihar Results: कैसे हर चुनाव में नीतीश कुमार ने अपनी राजनीतिक रणनीति को जरूरत के हिसाब से बदला?ED के समन पर पेश नहीं हुए अनिल अंबानी, बढ़ सकती है मुश्किलें! एजेंसी ने नया नोटिस जारी कियाBihar Assembly Elections 2025: NDA की प्रंचड जीत पर बोले प्रधानमंत्री मोदी, कहा- यह सुशासन की जीत हैBihar Assembly Elections 2025: कई सीट के अंतिम नतीजे घोषित, NDA प्रत्याशियों की जीत का सिलसिला जारीBihar Election Result: बिहार में NDA की जोरदार वापसी, किसानों के लिए किए बड़े वादों पर अब सबकी नजरेंकांग्रेस का सूपड़ा साफ! कभी 196 सीटें जीतने वाली पार्टी आज सिर्फ 1 सीट पर आगे, भविष्य पर फिर उठे सवाल

Delhi HC के जज के घर लगी आग पर फायर चीफ का बड़ा बयान- बोले, ‘नकद वाली बात मैंने नहीं कही’

सुप्रीम कोर्ट ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा है कि जस्टिस यशवंत वर्मा का इलाहाबाद हाईकोर्ट में तबादला कथित नकदी बरामदगी की घटना से जुड़ा नहीं है।

Last Updated- March 22, 2025 | 6:02 PM IST
Yashwant Varma
Justice Yashwant Varma

दिल्ली फायर सर्विस (DFS) के प्रमुख अतुल गर्ग ने उन रिपोर्ट्स को खारिज किया है, जिनमें दावा किया गया था कि उन्होंने कहा था कि दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के सरकारी आवास पर आग बुझाने के दौरान कोई नकदी नहीं मिली।

शुक्रवार को जज के घर में आग लगने की घटना के बाद कुछ रिपोर्ट्स में अतुल गर्ग के हवाले से कहा गया था कि दमकल कर्मियों को आग बुझाने के दौरान कोई नकदी नहीं मिली। एक पीटीआई रिपोर्ट में गर्ग के हवाले से कहा गया, “आग बुझाने के तुरंत बाद हमने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद हमारी टीम मौके से लौट गई। फायर फाइटिंग के दौरान हमारी टीम को कोई नकदी नहीं मिली।”

हालांकि, अब अतुल गर्ग ने इन बयानों से इनकार किया है। उन्होंने कहा, “पीटीआई द्वारा चलाई जा रही जो बात बताई जा रही है, वह मेरा बयान नहीं है।”

सुप्रीम कोर्ट कोलीजियम ने जस्टिस वर्मा के घर आग लगने की घटना की जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि आग के दौरान उनके आवास से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद कोलीजियम ने उन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट स्थानांतरित करने की सिफारिश भी की है।

सुप्रीम कोर्ट ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा है कि जस्टिस यशवंत वर्मा का इलाहाबाद हाईकोर्ट में तबादला कथित नकदी बरामदगी की घटना से जुड़ा नहीं है। कोर्ट ने कहा कि इस मामले को लेकर गलत जानकारी और अफवाहें फैलाई जा रही हैं।

कोर्ट ने साफ किया कि जस्टिस वर्मा का तबादला पूरी तरह स्वतंत्र निर्णय है और इसका किसी भी जांच या कथित घटना से कोई लेना-देना नहीं है।

First Published - March 22, 2025 | 3:52 PM IST

संबंधित पोस्ट