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Aditya L1 mission : ISRO का बड़ा ऐलान, Chandrayaan-3 के बाद अब सूरज मिशन की है तैयारी

Chandrayaan-3 के लैंडर को चंद्रमा की सतह पर उतरने के कुछ दिन बाद आदित्य एल1 मिशन को लॉन्च किया जा सकता है।

Last Updated- July 19, 2023 | 12:59 PM IST
Aditya L1, ISRO's Chandrayaan-3 Lunar Mission,

Aditya L1 mission: साल 2023, देश की अंतरिक्ष एजेंसी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के लिए काफी अहम होने वाला है, क्योंकि मून मिशन के बाद इसरो इसरो सूरज की ओर जाने की तैयारी कर रहा है।

इसरो अगस्त के अंत में सौर वातावरण (sun atmosphere) का अध्ययन करने के लिए पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) रॉकेट पर अपना कोरोनोग्राफी उपग्रह आदित्य एल1 (Aditya L1) को भेजेगा।

यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) ने कहा है कि वह इसरो के सूर्य मिशन आदित्य एल1 के लिए ट्रैकिंग सहायता देगी।

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ISRO के अनुसार, अंतरिक्ष यान को सूर्य-पृथ्वी प्रणाली (Sun-Earth system) के पहले लैग्रेंज बिंदु, एल1 (L1) के आसपास एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित किया जाएगा।

L1 बिंदु के आसपास उपग्रह को बिना किसी ग्रहण/ग्रहण के लगातार सूर्य को देख सकेगा।

इसरो अपने चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) अंतरिक्ष यान द्वारा ले जाए जा रहे अपने लैंडर को चंद्रमा की धरती पर सफलतापूर्वक लैंड करने के कुछ दिन बाद आदित्य एल1 मिशन को लॉन्च कर सकता है।

इसरो के चेयरमैन एस.सोमनाथ के अनुसार, बाहुबली रॉकेट एलवीएम3 (LVM-3) से प्रक्षेपित चंद्रयान 3 के लैंडर  23 अगस्त की शाम 5.47 बजे तक चंद्रमा की धरती पर उतर सकता है।

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हिंदू सूर्य देवता के नाम पर है इसरो का अगला मिशन- Aditya-L1 :

इसरो ने आदित्यएल1 का नाम हिंदू सूर्य देवता और अंतरिक्ष यान के भविष्य के घर के नाम पर रखा है। यह कई गुणों का अध्ययन करेगा, जैसे कि कोरोनल मास इजेक्शन की गतिशीलता और उत्पत्ति।

ESA करेगी ISRO के सूर्य मिशन को सपोर्ट

यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने कहा कि वह इसरो के सूर्य मिशन आदित्य एल1 के लिए ट्रैकिंग सहायता देगी। आदित्य-एल1 को ईएसए समर्थन में कौरौ और गोनहिली से ट्रैकिंग गतिविधियां शामिल होंगी। इसमें ईएसए के सबसे बड़े एंटेना का समर्थन भी शामिल होगा – ऑस्ट्रेलिया के न्यू नॉर्सिया में स्थित तीन 35-मीटर गहरे अंतरिक्ष एंटेना; मालार्गु, अर्जेंटीना; और सेब्रेरोस, स्पेन।

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First Published - July 19, 2023 | 12:59 PM IST

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