पूर्व बिहार मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने शनिवार को राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की और अपने परिवार से भी अलग होने का ऐलान किया। उन्होंने यह बयान उस समय दिया है जब राष्ट्रवादी जनता दल (RJD) बिहार विधानसभा चुनाव में केवल 25 सीटें जीत सकी।
रोहिणी ने अपने X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लिखा, “मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार को अलविदा कह रही हूं… यह वही निर्णय है जो संजय यादव और रमीज़ ने मुझसे कहा था… और मैं इसका पूरा जिम्मा ले रही हूं।”
I’m quitting politics and I’m disowning my family …
This is what Sanjay Yadav and Rameez had asked me to do …nd I’m taking all the blame’s— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) November 15, 2025
इससे पहले लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को पार्टी से निष्कासित कर दिया था और कहा था कि उनके ‘असमय और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार’ के कारण यह कदम उठाया गया।
बीते चुनाव में RJD, जो 2015 और 2020 में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, इस बार सिर्फ 25 सीटों पर सिमट गई। कांग्रेस ने 6 सीटें जीतीं, जबकि लेफ्ट पार्टियां – CPI(ML) लिबरेशन और CPI(M) – ने मिलकर केवल 3 सीटें हासिल कीं। महागठबंधन की कुल सीटें 34 तक सीमित रह गईं।
वहीं, NDA ने 200 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया। इसमें BJP और JDU ने क्रमशः 89 और 85 सीटें जीतीं। अन्य सहयोगी पार्टियों LJP (रामविलास), HAM (Secular) और Rashtriya Lok Morcha ने क्रमशः 19, 5 और 4 सीटें हासिल कीं।
चुनाव में नया नाम माने जाने वाले Prashant Kishor की Jan Suraaj Party का कोई खास असर नहीं दिखा और उसने किसी भी सीट पर जीत दर्ज नहीं की।