किराए की संपत्तियों और इन्फ्रास्ट्रक्चर परिसंपत्तियों का प्रबंधन करने वाली निवेश कंपनियां अपना ऋण स्तर बढ़ा रही हैं। प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि वर्ष 2025 की पहली छमाही में रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट) या इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (इनविट) से लगभग हर 10 दिन में एक ऋण (डेट) निर्गम जारी किया गया है।
2025 के पहले छह महीनों में जुटाई गई ऋण की कुल राशि आंकड़े मिलने के बाद से किसी भी समान अवधि की तुलना में अधिक है। कुल डेट निर्गम का आंकड़ा अब 1 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है जो जून के अंत में 1.02 लाख करोड़ रुपये रहा है।
रीट एक पूल्ड इन्वेस्टमेंट व्हीकल या निवेश योजना के माध्यम से ऑफिस बिल्डिंग जैसी संपत्तियों का प्रबंधन करता है। यह कुछ हद तक म्युचुअल फंड जैसा ही है। निवेशक ट्रस्ट में यूनिट खरीद और बेच सकते हैं, जो फीस लेकर संपत्तियों का प्रबंधन करता है और किराये की आय को लाभांश के रूप में निवेशकों को वितरित करता है।
जून में कर्ज जुटाने वालों में वर्टिस इन्फ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट और एम्बेसी ऑफिस पार्क्स रीट शामिल हैं। वर्ष के दौरान सक्रिय अन्य ट्रस्टों में क्यूब हाईवे ट्रस्ट, नेक्सस सलेक्ट ट्रस्ट, इंडीग्रिड इन्फ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट और माइंडस्पेस बिजनेस पार्क्स रीट शामिल हैं। उन सबने 2025 के पहले छह महीनों में कुल 21,119 करोड़ रुपये जुटाए जो वर्ष 2018 के बाद से इस अवधि के दौरान सबसे अधिक है।
प्राइम डेटाबेस के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया ने कहा कि कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार में ब्याज दरों में गिरावट के बीच डेट फंड जुटाने की रफ्तार भी तेजी से बढ़ी है जिसमें 2024-25 में रिकॉर्ड संख्या में डेट निर्गम जारी किए गए। उन्होंने कहा, ‘बैंकिंग क्षेत्र की तुलना में बॉन्ड बाजार में दर बदलाव ज्यादा तेजी से हुआ है। मुझे उम्मीद है कि दरों में गिरावट के साथ ही बॉन्डों के माध्यम से धन उगाहने में और इजाफा होगा।’
हल्दिया ने कहा कि निवेश ट्रस्टों के इस्तेमाल को आसान बनाने के लिए नियामकीय कदम (जैसे रीट्स और इनविट्स को इक्विटी साधन के रूप में वर्गीकृत करने का प्रस्ताव) से अधिक पूंजी आवक को बढ़ावा मिल सकता है।
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज में विश्लेषक परवेज काजी और वासुदेव गनात्रा ने मई 2025 की इंडिया इक्विटी रिसर्च रिपोर्ट में कहा है कि कई रीट्स ऋण के जरिए अपने विस्तार के लिए वित्त जुटा रहे हैं क्योंकि उनके पास परिसंपत्तियों पर लागू 49 प्रतिशत की नियामकीय उधारी सीमा तक अभी भी गुंजाइश है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑफिस रीट्स की उधारी लागत 8.3 फीसदी से नीचे है। एम्बेसी रीट ने 30 जून को घोषणा की कि उसने डेट के तहत 1,550 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जिसमें कुछ हिस्सा (750 करोड़ रुपये)6.97 प्रतिशत दर पर शामिल है।
इस बीच इक्विटी फंड जुटाने में पहले के उच्चतम स्तर से गिरावट आई है। यह सूचीबद्ध निवेश ट्रस्टों से जुड़ा है। ऋण के आंकड़े में सूचीबद्ध और गैर-सूचीबद्ध दोनों कंपनियां शामिल हैं। सूचीबद्ध रीट्स और इनविट्स ने 2025 के पहले छह महीनों में इक्विटी पूंजी में 11,588 करोड़ रुपये जुटाए जो 2024 के 15,597 करोड़ रुपये और 2021 के 12,819 करोड़ रुपये के मुकाबले कम रही।