facebookmetapixel
एफपीआई ने किया आईटी और वित्त सेक्टर से पलायन, ऑटो सेक्टर में बढ़ी रौनकजिम में वर्कआउट के दौरान चोट, जानें हेल्थ पॉलिसी क्या कवर करती है और क्या नहींGST कटौती, दमदार GDP ग्रोथ के बावजूद क्यों नहीं दौड़ रहा बाजार? हाई वैल्यूएशन या कोई और है टेंशनउच्च विनिर्माण लागत सुधारों और व्यापार समझौतों से भारत के लाभ को कम कर सकती हैEditorial: बारिश से संकट — शहरों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के लिए तत्काल योजनाओं की आवश्यकताGST 2.0 उपभोग को बढ़ावा दे सकता है, लेकिन गहरी कमजोरियों को दूर करने में कोई मदद नहीं करेगागुरु बढ़े, शिष्य घटे: शिक्षा व्यवस्था में बदला परिदृश्य, शिक्षक 1 करोड़ पार, मगर छात्रों की संख्या 2 करोड़ घटीचीन से सीमा विवाद देश की सबसे बड़ी चुनौती, पाकिस्तान का छद्म युद्ध दूसरा खतरा: CDS अनिल चौहानखूब बरसा मॉनसून, खरीफ को मिला फायदा, लेकिन बाढ़-भूस्खलन से भारी तबाही; लाखों हेक्टेयर फसलें बरबादभारतीय प्रतिनिधिमंडल के ताइवान यात्रा से देश के चिप मिशन को मिलेगी बड़ी रफ्तार, निवेश पर होगी अहम चर्चा

इन्फ्रा बॉन्ड से 100 अरब रुपये और जुटाएगा एसबीआई

Last Updated- January 03, 2023 | 11:51 PM IST
SBI Q4 Results

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने इस तिमाही में इन्फ्रा बॉन्ड के जरिये अन्य 100 अरब रुपये जुटाने की अपनी योजना को मंजूरी प्रदान की है। देश के इस सबसे बड़े ऋणदाता के एक अ​धिकारी ने मंगलवार को कहा कि बैंक के केंद्रीय बोर्ड की कार्यकारी समिति ने इस वित्त वर्ष के दौरान सार्वजनिक निर्गम या निजी नियोजन से कोष उगाही को मंजूरी दी है। पहले चरण में एसबीआई ने दिसंबर में 7.51 प्रतिशत सालाना दर पर 10 वर्षीय इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड से 100 अरब रुपये जुटाए।

अ​धिकारी ने नाम नहीं छापे जाने के अनुरोध पर कहा कि यह रा​शि ऋण वृद्धि के लिए इस्तेमाल की जाएगी और बैंक को ऐसे बॉन्ड निर्गम के जरिये जुटाए जाने वाले कोष के लिए किसी तरह के एसएलआर या नकदी आरक्षी अनुपात पर अमल करने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इन बॉन्ड से जुटाई जाने वाली रा​शि से बैंक को प्राथमिक क्षेत्र के उधारी लक्ष्यों को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।

यह भी पढ़ें: विनिवेश की राह होगी आसान

पिछले साल नवंबर में एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा था कि ऋणदाता को चालू वित्त वर्ष में 14-16 प्रतिशत ऋण वृद्धि की उम्मीद है। बैंक के पास 2.4 लाख करोड़ रुपये के ऋण प्रवाह मौजूद है और उसे इन्फ्रास्ट्रक्चर, अक्षय ऊर्जा तथा सेवा जैसे क्षेत्रों में ऋण मांग बढ़ने की संभावना है।दिसंबर की कोष उगाही के अलावा, एसबीआई ने सितंबर में बेसेल-3 संबं​​धित एडीशनल टियर-1 (एटी1) बॉन्डों के ज​रिये 68.72 अरब रुपये और समान महीने में 15 वर्षीय टियर-2 बॉन्डों से 7.57 प्रतिशत की दर से 40 अरब रुपये जुटाए थे।

First Published - January 3, 2023 | 11:51 PM IST

संबंधित पोस्ट