भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने इस तिमाही में इन्फ्रा बॉन्ड के जरिये अन्य 100 अरब रुपये जुटाने की अपनी योजना को मंजूरी प्रदान की है। देश के इस सबसे बड़े ऋणदाता के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि बैंक के केंद्रीय बोर्ड की कार्यकारी समिति ने इस वित्त वर्ष के दौरान सार्वजनिक निर्गम या निजी नियोजन से कोष उगाही को मंजूरी दी है। पहले चरण में एसबीआई ने दिसंबर में 7.51 प्रतिशत सालाना दर पर 10 वर्षीय इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड से 100 अरब रुपये जुटाए।
अधिकारी ने नाम नहीं छापे जाने के अनुरोध पर कहा कि यह राशि ऋण वृद्धि के लिए इस्तेमाल की जाएगी और बैंक को ऐसे बॉन्ड निर्गम के जरिये जुटाए जाने वाले कोष के लिए किसी तरह के एसएलआर या नकदी आरक्षी अनुपात पर अमल करने की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इन बॉन्ड से जुटाई जाने वाली राशि से बैंक को प्राथमिक क्षेत्र के उधारी लक्ष्यों को पूरा करने में भी मदद मिलेगी।
यह भी पढ़ें: विनिवेश की राह होगी आसान
पिछले साल नवंबर में एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा था कि ऋणदाता को चालू वित्त वर्ष में 14-16 प्रतिशत ऋण वृद्धि की उम्मीद है। बैंक के पास 2.4 लाख करोड़ रुपये के ऋण प्रवाह मौजूद है और उसे इन्फ्रास्ट्रक्चर, अक्षय ऊर्जा तथा सेवा जैसे क्षेत्रों में ऋण मांग बढ़ने की संभावना है।दिसंबर की कोष उगाही के अलावा, एसबीआई ने सितंबर में बेसेल-3 संबंधित एडीशनल टियर-1 (एटी1) बॉन्डों के जरिये 68.72 अरब रुपये और समान महीने में 15 वर्षीय टियर-2 बॉन्डों से 7.57 प्रतिशत की दर से 40 अरब रुपये जुटाए थे।