उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बुधवार को कहा कि कंपनियां डार्क पैटर्न के मामले में नए तरीके अपना रही हैं। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि उपभोक्ता मामलों का विभाग इस मामले में बढ़ती चिंता को दूर करने के लिए लगातार काम कर रहा है।
जोशी ने राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस के अवसर पर कहा, ‘भारत में उपभोक्ता संरक्षण शासन का अभिन्न अंग रहा है। कंपनियां हर दिन नए-नए गलत तरीके अपनाती हैं, जिनकी हमें लगातार शिकायतें मिलती रहती हैं और हम रोजाना उनका निपटारा करते हैं।’
मंत्री ने बताया कि दिसंबर 2025 तक वर्ष के दौरान 140,000 से अधिक मामलों का निपटारा किया गया, जिनमें 90,000 से अधिक सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई जो प्रौद्योगिकी-सक्षम उपभोक्ता न्याय के बढ़ते प्रभाव को प्रदर्शित करता है।”
उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (एनसीएच) भारत के उपभोक्ता संरक्षण तंत्र का एक महत्त्वपूर्ण स्तंभ बन गई है और इसने खुद को मुकदमेबाजी से पहले शिकायतों के प्रभावी निवारण तंत्र के रूप में मजबूती से स्थापित कर लिया है, जो उपभोक्ताओं को समय पर सेवाएं प्रदान करते हुए उपभोक्ता आयोग पर दबाव कम करती है।’