भले ही आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) और बड़े लेंग्वेज मॉडल बेसिक फोटो-एडिटिंग के टूल्स पेश कर रहे हैं, जिससे बाजार का विस्तार हुआ है, लेकिन पेशेवर एडिटिंग टूल और सॉफ्टवेयर की विशेष ऐप और सॉफ्टवेयरों पर निर्भरता बनी रहेगी। एफिनिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एशले ह्यूसन ने यह बात कही है।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, एशले ह्यूसन ने कहा कि पेशेवर डिजाइन और इमेज एडिटिंग सॉफ्टवेयर कंपनी एफिनिटी अगले तीन से पांच वर्षों में ऐप और उत्पाद को अपनाने में मौजूदा की तुलना में लगभग 20 गुना वृद्धि का लक्ष्य रख रही है।
ह्युसन ने कहा, ‘कुछ चीजें ऐसी हैं जिनमें एआई वास्तव में अच्छा है, यहां तक कि फोटो एडिटिंग में भी, जैसे कि इमेज के पूरे समूह से विशिष्ट छवियों का त्वरित, सटीक चयन करना। एफिनिटी और कैनवा जैसे टूल्स के साथ, आपको डेप्थ सलेक्शन और करेक्ट लाइटिंग भी मिलती है।’
ह्यूसन ने एफिनिटी की इंडिया ग्रोथ स्टोरी पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 29 अक्टूबर को कंपनी का नया ऐप शुरू होने के बाद से नए भारतीय ग्राहकों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा, ‘प्लेटफॉर्म पर घरेलू उपयोगकर्ताओं की संख्या पिछली सभी वृद्धि को मिलाकर छह गुना बढ़ गई है।’
ह्यूसन ने कहा, ‘भारत में इसे अपनाना और इसका विकास हमारे लिए सच में बहुत दिलचस्प और रोमांचक रहा है। भारत के लिए हमारा तरीका यह पक्का करना है कि यह (ऐप) बाजार के लिए पूरी तरह से स्थानीय हो। इसलिए हम सभी भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करते हैं और एआई टूल्स स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध हैं।’ उन्होंने कहा कि भारतीय बाजार एफिनिटी और कैनवा दोनों के लिए महत्त्वपूर्ण था।
ह्यूसन ने कहा कि भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बाजार है और एफिनिटी के पास डेवलपरों और फ्रीलांसरों का बड़ा समुदाय है। वह ऐप को और बढ़ाने के लिए देश में ज्यादा निवेश करने की सोच रही है। ग्लोबल इमेज और वीडियो एडिटिंग टूल कैनवा ने 2024 में एफिनिटी को खरीद लिया है।
वर्ष 1987 में स्थापित एफिनिटी को शुरू में सेरिफ कहा जाता था और इसका फोकस फोटो एडिटिंग, ग्राफिक्स और वेब डिजाइन टूल और उत्पाद विकसित करने पर था। 2010 में कंपनी ने प्रोफेशनल ग्राफिक डिजाइन, फोटो एडिटिंग और लेआउट में उपयोगकर्ताओं की मदद के लिए टूल्स और प्रोडक्ट्स का बिल्कुल नया सेट बनाने पर फोकस किया।