भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने दिसंबर 2022 में समाप्त तिमाही में अब तक का सर्वोच्च तिमाही मुनाफा दर्ज किया है। इस अवधि में बैंक का मुनाफा सालाना आधार पर 68.47 फीसदी की उछाल के साथ 14,205 करोड़ रुपये रहा।
बैंक के मुनाफे ने विश्लेषकों के अनुमान को पीछे छोड़ दिया। इसमें शुद्ध ब्याज मार्जिन में बढ़ोतरी और कर्ज के नुकसान के लिए प्रावधान में भारी गिरावट का अहम योगदान रहा। ब्लूमबर्ग ने बैंक का मुनाफा 13,212 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था।
बैंक का शेयर शुक्रवार को बीएसई पर 3.12 फीसदी की बढ़त के साथ 544.45 रुपये पर बंद हुआ। बैंक का कुल पूंजी पर्याप्तता अनुपात दिसंबर 2022 में 13.27 फीसदी रहा।
बैंक के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा, बैंक अच्छी तरह से पूंजीकृत बना रहा और हम उम्मीद करते हैं कि आंतरिक अर्जन कारोबार की सामान्य बढ़ोतरी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त होगा।
बैंक की शुद्ध ब्याजआय सालाना आधार पर 24.05 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 38,069 करोड़ रुपये रही। देसी परिचालन में शुद्ध ब्याज मार्जिन इस अवधि में सुधरकर 3.69 फीसदी पर पहुंच गया, जो पहले 3.4 फीसदी रहा था।
बैंक की गैर-ब्याज आय 21.21 फीसदी की बढ़त के साथ 11,467 करोड़ रुपये रही। बैंक का सकल एनपीए दिसंबर तिमाही में 3.14 फीसदी रहा, जो एक साल पहले 4.5 फीसदी रहा था।
खारा ने कहा कि सकल एनपीए एक लाख करोड़ रुपये से नीचे आ गया और दिसंबर के आखिर में 98,347 करोड़ रुपये रहा। 2016 के बाद यह पहला मौका है जब सकल एनपीए एक लाख करोड़ रुपये से नीचे रहा। शुद्ध एनपीए घटकर 0.77 फीसदी रह गया, जो पहले 1.34 फीसदी रहा था।