22 सितंबर को नए GST रेट लागू होने के बाद डिजिटल पेमेंट में जबरदस्त उछाल दर्ज हुआ। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, उस दिन डिजिटल लेनदेन ₹11 लाख करोड़ तक पहुंच गया। यह 21 सितंबर के ₹1.1 लाख करोड़ के मुकाबले करीब 10 गुना ज्यादा था।
डिजिटल पेमेंट में UPI, NEFT, RTGS, IMPS, डेबिट और क्रेडिट कार्ड शामिल हैं।
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नए GST रेट्स का असर ऑनलाइन शॉपिंग पर भी दिखा। Redseer की रिपोर्ट के अनुसार, 22 और 23 सितंबर को ऑनलाइन रिटेल बिक्री में 23-25% की बढ़ोतरी हुई। यह पिछले साल की तुलना में 4-5 गुना ज्यादा थी।
इस उछाल की बड़ी वजह GST दरों में बदलाव है। ज्यादातर सामान अब 5% और 18% के कम टैक्स स्लैब में आ गए हैं। इसके अलावा, सरकार ने इस साल नई टैक्स व्यवस्था (new tax regime) में ₹12 लाख तक सालाना आय वाले परिवारों को आयकर से छूट दी थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक खुले पत्र में कहा कि इनकम टैक्स कटौती और GST सुधारों से लोगों को ₹2.5 लाख करोड़ तक की बचत हो सकती है। उन्होंने लोगों से ‘GST बचत उत्सव’ में हिस्सा लेने की अपील की। PM ने यह भी कहा कि स्थानीय उत्पादों की खरीद से परिवारों की आय बढ़ेगी और युवाओं को रोजगार मिलेगा।
नए GST रेट्स और टैक्स छूट से त्योहारी सीजन की खरीदारी में तेजी आई है। डिजिटल पेमेंट और ईकॉमर्स के आंकड़े बताते हैं कि लोग इन सुधारों का जमकर फायदा उठा रहे हैं।