भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार त्योहारों के सीजन के दौरान 3 अक्टूबर को समाप्त पखवाड़े में सालाना आधार पर ऋण वृद्धि 11.4 प्रतिशत रही है, जबकि जमा में सालाना आधार पर 9.9 प्रतिशत वृद्धि हुई है।
बैंकों ने 20 सितंबर से 3 अक्टूबर के बीच पखवाड़े के दौरान 3.63 लाख करोड़ रुपये कर्ज दिया, जो इसके पहले के पखवाड़े में दिए गए कर्ज की तुलना में 1.02 लाख करोड़ रुपये अधिक है। इस दौरान बैंकों में जमा बढ़कर 5.51 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
इस दौरान सरकार द्वारा घोषित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की नई दरें भी लागू की गई हैं। रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि बैंकों द्वारा दिया गया कुल कर्ज 192.66 लाख करोड़ रुपये. जबकि जमा 240.98 लाख करोड़ रुपये है।
वहीं 19 सितंबर को समाप्त पिछले पखवाड़े में सालाना आधार पर ऋण में वृद्धि 10.4 प्रतिशत और जमा में वृद्धि 9.5 प्रतिशत थी। एक्सिस बैंक के एमडी और सीईओ अमिताभ चौधरी ने बैंक की दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद कहा, ‘हम कुछ सकारात्मक संकेत देख रहे हैं। कुछ कटौती केवल 20-25 दिन पहले हुई हैं, ऐसे में किसी निष्कर्ष पर पहुंचना सही नहीं होगा। लेकिन खुदरा कर्ज में वृद्धि सकारात्मक रहने की संभावना है। हमारे थोक ऋण में पहले से ही बेहतरीन वृद्धि हुई है।’इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने ऋण वृद्धि के कई उपाय किए हैं। केंद्रीय बैंक ने वास्तविक अर्थव्यवस्था में क्रेडिट प्रवाह को बढ़ावा देने और बैंकों की लागत को कम करते हुए व्यवसाय करने में आसानी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 22 उपायों की घोषणा की है।