आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने कहा है कि उसके शेयरधारकों ने एक विशेष प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया है। इस प्रस्ताव में अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी कंपनी वारबर्ग पिनकस से संबद्ध इकाई करेंट सी इन्वेस्टमेंट्स बी वी को बैंक के निदेशकमंडल (बोर्ड) में एक नॉन रिटायरिंग गैर-कार्यकारी निदेशक नियुक्त करने का अधिकार दिए जाने की अनुमति मांगी गई थी। बैंक ने सोमवार को कहा कि उसके इस विशेष प्रस्ताव के पक्ष में 64.1 प्रतिशत मत मिले जो जरूरी (प्रस्ताव पारित होने के लिए) 75 प्रतिशत से कम थे।
पिछले महीने आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने कहा था कि अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी कंपनी वारबर्ग पिनकस एलएलसी और अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए) संयुक्त रूप से बैंक में तरजीही शेयर निर्गम के जरिये 7,500 करोड़ रुपये निवेश करेंगी। इस निवेश का मकसद बैंक के कारोबारी विकास के अगले चरण में सहयोग करना था। वारबर्ग पिनकस अपनी संबद्ध इकाई करेंट सी इन्वेस्टमेंट्स बी वी के जरिये 4,876 करोड़ रुपये जबकि एडीआईए अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक इकाई प्लैटिनम इन्विक्टस बी 2025 आरएससी के माध्यम से 2,624 करोड़ रुपये निवेश करेगी।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के निदेशकमंडल ने 1.25 अरब पूर्ण चुकता अनिवार्य परिवर्तनीय संचयी तरजीही शेयर (सीसीपीएस) जारी करने की अनुमति दी थी। उनमें 81.26 करोड़ सीसीपीएस करेंट सी इन्वेस्टमेंट्स बी वी को 50 रुपये प्रति शेयर के भाव से मिलेंगे। इसी तरह, 43.71 करोड़ शेयर प्लैटिनम इन्विक्टस बी 2025 आरएससी को 60 रुपये प्रति शेयर की दर से जारी होंगे। करेंट सी इन्वेस्टमेंट बी वी 9.48 प्रतिशत और प्लैटिनम इन्विक्टस बी 2025 आरएससी 5.1 प्रतिशत हिस्सा बैंक में लेंगी। इस सौदे के बाद बैंक ने बैंक की अधिकृत शेयर पूंजी के पुनर्वर्गीकरण और बैंक के मेमोरेंडम ऑफ एसोशिएशन के पूंजी प्रावधान (कैपिटल क्लॉस) में संशोधन के लिए डाक मतपत्र के जरिये शेयरधारकों की अनुमति मांगी थी।