facebookmetapixel
प्रीमियम स्कूटर बाजार में TVS का बड़ा दांव, Ntorq 150 के लिए ₹100 करोड़ का निवेशGDP से पिछड़ रहा कॉरपोरेट जगत, लगातार 9 तिमाहियों से रेवेन्यू ग्रोथ कमजोरहितधारकों की सहायता के लिए UPI लेनदेन पर संतुलित हो एमडीआरः एमेजॉनAGR बकाया विवाद: वोडाफोन-आइडिया ने नई डिमांड के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख कियाअमेरिका का आउटसोर्सिंग पर 25% टैक्स का प्रस्ताव, भारतीय IT कंपनियां और GCC इंडस्ट्री पर बड़ा खतरासिटी बैंक के साउथ एशिया हेड अमोल गुप्ते का दावा, 10 से 12 अरब डॉलर के आएंगे आईपीओNepal GenZ protests: नेपाल में राजनीतिक संकट गहराया, बड़े प्रदर्शन के बीच पीएम ओली ने दिया इस्तीफाGST Reforms: बिना बिके सामान का बदलेगा MRP, सरकार ने 31 दिसंबर 2025 तक की दी मोहलतग्रामीण क्षेत्रों में खरा सोना साबित हो रहा फसलों का अवशेष, बायोमास को-फायरिंग के लिए पॉलिसी जरूरीबाजार के संकेतक: बॉन्ड यील्ड में तेजी, RBI और सरकार के पास उपाय सीमित

वित्त मंत्रालय ने NPS में बदलाव की खबरों का किया खंडन, कमेटी के निर्णय के बाद होगा फैसला

मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) की समीक्षा के लिए बनाई गई कमेटी अभी किसी निर्णय तक नहीं पहुंची है।

Last Updated- June 22, 2023 | 7:19 PM IST
अब NPS निवेश का उसी दिन निपटान, नई व्यवस्था से ग्राहकों को होगा फायदा, Same-day settlement for NPS subscribers from July 1: Check details

वित्त मंत्रालय ने हाल ही में सामने आई पेंशन योजना (NPS) में बदलाव की खबरों का खंडन किया है। मंत्रालय ने इन खबरों को फेक बताते हुए कहा है कि मंत्रालय ने अभी तक इसे लेकर कोई फैसला नहीं किया है। मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) की समीक्षा के लिए बनाई गई कमेटी अभी किसी निर्णय तक नहीं पहुंची है।

गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीते अप्रैल माह में ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) की समीक्षा के लिए वित्त सचिव टीवी सोमनाथन की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी, जिसका गठन पेंशन सिस्टम के रिव्यू के लिए किया गया था।

केंद्र सरकार ने 2004 से ओपीएस को हटाकर एनपीएस को लागू किया था। इस पेंशन फंड में एम्प्लॉई अपनी बेसिक सैलरी का 10 फीसदी योगदान देते हैं और सरकार 14 फीसदी योगदान देती है। कर्मचारियों का अंतिम भुगतान बाजार के रिटर्न पर निर्भर करता है। फंड का ज्यादातर निवेश गवर्नेंमेंट डेट में किया जाता है।

वहीं, ओपीएस के तहत कर्मचारी को अंतिम सैलरी का 50 फीसदी के निश्चित पेंशन की गारंटी होती है।

बता दें कि कर्मचारी के सेवा काल के दौरान उन्हें कुछ भी योगदान करने की आवश्यकता नहीं होती। लेकिन इस प्रणाली के कारण सरकारी बजट पर काफी बोझ आ जाता है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, वित्त मंत्रालय ऐसी योजना लाना चाहती है जिससे कि पेंशन का भार सरकार पर कम से कम पड़े। ऐसा माना जा रहा है कि सरकार जो पेंशन योजना लाएगी, उसे महंगाई भत्ते से नहीं जोड़ा जाएगा।

अगर नई पेंशन सिस्टम को देखा जाए तो कर्मचारियों को वर्तमान रिटर्न में उनकी सैलरी का के 38 फीसदी पेंशन के रूप में मिल रहा है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही थी कि सरकार 40 से 45 फीसदी तक न्यूनतम पेंशन की गारंटी दे सकती है। लेकिन सरकार द्वारा बयान जारी होने के बाद इन सभी अटलों पर रोक लग गई।

First Published - June 22, 2023 | 3:45 PM IST

संबंधित पोस्ट