अजीत कुमार केके धनलक्ष्मी बैंक में नौ साल में पांचवें सीईओ होंगे। भारतीय रिजर्व बैंक ने धनलक्ष्मी बैंक के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी के तौर पर अजीत कुमार की नियुक्ति को पिछले सप्ताह मंजूरी दी थी। बैंक सूत्रों के मुताबिक कुमार की शीर्ष प्राथमिकताओं में पूंजी जुटाना शामिल होगा।
वे जेके शिवन की जगह कार्यभार संभालेंगे। शिवन का तीन साल का कार्यकाल जनवरी 2024 में पूरा हो गया था। आरबीआई ने शिवन को प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी के पद पर अगली नियुक्ति होने तक दायित्वों को निभाने का निर्देश दिया था।
शिवन के पहले इस पद पर सुनील गुरबक्सनी थे और उन्हें फरवरी 2020 में शेयरधारकों के उनके खिलाफ मतदान करने के कारण पद से हटना पड़ा था। गुरुबक्सनी से पहले टी. लाथा थे और उनकी नियुक्ति जुलाई 2018 में हुई थी लेकिन उन्हें अक्टूबर 2019 में व्यक्तिगत कारणों से पद को छोड़ना पड़ा था।
लाथा को जी श्रीराम के रिटायर होने के कारण नियुक्ति किया गया था। आरबीआई ने कुमार की नियुक्ति को तीन वर्ष के लिए मंजूरी दी है लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि वे त्रिशूर मुख्यालय वाले इस बैंक का कार्यभार कब संभालेंगे। कुमार के पास 36 साल का अनुभव है।