अंतरराष्ट्रीय बैंक स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने 1 बिलियन यूरो (लगभग 9,400 करोड़ रुपये) जुटाए हैं, जो कि पहला सोशल बॉन्ड जारी करके किया गया है। यह बॉन्ड बैंक के उभरते बाजारों में डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट देगा, जिसमें भारत भी शामिल है। यह 8 साल का बॉन्ड मुख्य रूप से छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों (SMEs) को लोन देने में मदद करेगा। इससे इन उद्यमों की आर्थिक जरूरत पूरी होगी, नई नौकरियां पैदा होंगी और महिलाओं द्वारा संचालित SMEs को सशक्त बनाने और उनका पोषण करने में सहायता मिलेगी। कंपनी ने शुक्रवार को एक बयान में इसकी जानकारी दी थी। साथ ही कंपनी ने कहा कि कुल राशि का लगभग 50 प्रतिशत भारत में सतत परियोजनाओं के लिए आवंटित किया जाएगा।
इसके आय का उपयोग आवश्यक सेवाओं जैसे स्वास्थ्य और शिक्षा तक पहुंच को वित्तपोषित करने के लिए भी किया जाएगा, और यह किफायती बुनियादी ढांचे और खाद्य सुरक्षा में निवेश को आसान बनाएगा। यह बैंक के सस्टेनेबिलिटी बॉन्ड फ्रेमवर्क में निर्धारित सोशल गतिविधियों के हिसाब से है।
गौरतलब है कि कंपनी की सोशल संपत्तियों वाले शीर्ष पांच देशों में भारत (57 प्रतिशत), मलेशिया (10 प्रतिशत), बांग्लादेश (6 प्रतिशत), चीन (5 प्रतिशत) और नेपाल (4 प्रतिशत) शामिल हैं। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि आज उभरते बाजारों में विकास को बढ़ावा देने, व्यवसायों को आसान बनाने और लंबे समय तक चलने वाली बढ़ोतरी को को सुनिश्चित करने के लिए हर साल लगभग 4.2 ट्रिलियन डॉलर के निवेश की जरूरत है। इस अंतर को पाटने के लिए प्राइवेट सेक्टर की पूंजी को इन बाजारों में जुटाने की जरूरत है।
बता दें कि स्टैंडर्ड चार्टर्ड एक अंतरराष्ट्रीय बैंक है, जिसका मुख्यालय लंदन, यूनाइटेड किंगडम में है। यह 150 से अधिक सालों से संचालित है और मुख्य रूप से एशिया, अफ्रीका, और मध्य पूर्व के उभरते बाजारों में अपनी सेवाएं देता है। भारत में इसकी मौजूदगी 1858 से है, जो इसे देश में सबसे पुराने विदेशी बैंकों में से एक बनाता है। बैंक व्यक्तिगत बैंकिंग, कॉर्पोरेट बैंकिंग, और निवेश सेवाओं जैसे क्षेत्रों में काम करता है। भारत में इसके 100 से अधिक शाखाएं और 20,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं।
भारत में, स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने कोलकाता में अपनी पहली शाखा खोली थी और अब यह मुंबई, दिल्ली, चेन्नई जैसे बड़े शहरों में मौजूद है। यहां कंपनी होम लोन, क्रेडिट कार्ड, और वेल्थ मैनेजमेंट जैसी सेवाएं देती है। बैंक डिजिटल बैंकिंग में भी आगे बढ़ रहा है, जिससे ग्राहकों को ऑनलाइन और मोबाइल प्लेटफॉर्म के जरिए सुविधा मिलती है।