facebookmetapixel
सुप्रीम कोर्ट ने कहा: बिहार में मतदाता सूची SIR में आधार को 12वें दस्तावेज के रूप में करें शामिलउत्तर प्रदेश में पहली बार ट्रांसमिशन चार्ज प्रति मेगावॉट/माह तय, ओपन एक्सेस उपभोक्ता को 26 पैसे/यूनिट देंगेबिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ इंटरव्यू में बोले CM विष्णु देव साय: नई औद्योगिक नीति बदल रही छत्तीसगढ़ की तस्वीर22 सितंबर से नई GST दर लागू होने के बाद कम प्रीमियम में जीवन और स्वास्थ्य बीमा खरीदना होगा आसानNepal Protests: सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ नेपाल में भारी बवाल, 14 की मौत; गृह मंत्री ने छोड़ा पदBond Yield: बैंकों ने RBI से सरकारी बॉन्ड नीलामी मार्च तक बढ़ाने की मांग कीGST दरों में कटौती लागू करने पर मंथन, इंटर-मिनिस्ट्रियल मीटिंग में ITC और इनवर्टेड ड्यूटी पर चर्चाGST दरों में बदलाव से ऐमजॉन को ग्रेट इंडियन फेस्टिवल सेल में बंपर बिक्री की उम्मीदNDA सांसदों से PM मोदी का आह्वान: सांसद स्वदेशी मेले आयोजित करें, ‘मेड इन इंडिया’ को जन आंदोलन बनाएंBRICS शिखर सम्मेलन में बोले जयशंकर: व्यापार बाधाएं हटें, आर्थिक प्रणाली हो निष्पक्ष; पारदर्शी नीति जरूरी

Standard Chartered ने सोशल बॉन्ड के जरिए जुटाए ₹9,400 करोड़, 50% राशि भारत में करेगी खर्च, क्या है कंपनी का फ्यूचर प्लान?

यह 8 साल का बॉन्ड मुख्य रूप से छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों (SMEs) को लोन देने में मदद करेगा। इससे इन उद्यमों की आर्थिक जरूरत पूरी होगी, नई नौकरियां पैदा होंगी।

Last Updated- March 15, 2025 | 4:31 PM IST
Standard Chartered
फाइल फोटो

अंतरराष्ट्रीय बैंक स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने 1 बिलियन यूरो (लगभग 9,400 करोड़ रुपये) जुटाए हैं, जो कि पहला सोशल बॉन्ड जारी करके किया गया है। यह बॉन्ड बैंक के उभरते बाजारों में डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट देगा, जिसमें भारत भी शामिल है। यह 8 साल का बॉन्ड मुख्य रूप से छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों (SMEs) को लोन देने में मदद करेगा। इससे इन उद्यमों की आर्थिक जरूरत पूरी होगी, नई नौकरियां पैदा होंगी और महिलाओं द्वारा संचालित SMEs को सशक्त बनाने और उनका पोषण करने में सहायता मिलेगी। कंपनी ने शुक्रवार को एक बयान में इसकी जानकारी दी थी। साथ ही कंपनी ने कहा कि कुल राशि का लगभग 50 प्रतिशत भारत में सतत परियोजनाओं के लिए आवंटित किया जाएगा।

इसके आय का उपयोग आवश्यक सेवाओं जैसे स्वास्थ्य और शिक्षा तक पहुंच को वित्तपोषित करने के लिए भी किया जाएगा, और यह किफायती बुनियादी ढांचे और खाद्य सुरक्षा में निवेश को आसान बनाएगा। यह बैंक के सस्टेनेबिलिटी बॉन्ड फ्रेमवर्क में निर्धारित सोशल गतिविधियों के हिसाब से है।

गौरतलब है कि कंपनी की सोशल संपत्तियों वाले शीर्ष पांच देशों में भारत (57 प्रतिशत), मलेशिया (10 प्रतिशत), बांग्लादेश (6 प्रतिशत), चीन (5 प्रतिशत) और नेपाल (4 प्रतिशत) शामिल हैं। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि आज उभरते बाजारों में विकास को बढ़ावा देने, व्यवसायों को आसान बनाने और लंबे समय तक चलने वाली बढ़ोतरी को को सुनिश्चित करने के लिए हर साल लगभग 4.2 ट्रिलियन डॉलर के निवेश की जरूरत है। इस अंतर को पाटने के लिए प्राइवेट सेक्टर की पूंजी को इन बाजारों में जुटाने की जरूरत है।

कहां की कंपनी है स्टैंडर्ड चार्टर्ड

बता दें कि स्टैंडर्ड चार्टर्ड एक अंतरराष्ट्रीय बैंक है, जिसका मुख्यालय लंदन, यूनाइटेड किंगडम में है। यह 150 से अधिक सालों से संचालित है और मुख्य रूप से एशिया, अफ्रीका, और मध्य पूर्व के उभरते बाजारों में अपनी सेवाएं देता है। भारत में इसकी मौजूदगी 1858 से है, जो इसे देश में सबसे पुराने विदेशी बैंकों में से एक बनाता है। बैंक व्यक्तिगत बैंकिंग, कॉर्पोरेट बैंकिंग, और निवेश सेवाओं जैसे क्षेत्रों में काम करता है। भारत में इसके 100 से अधिक शाखाएं और 20,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं।

भारत में, स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने कोलकाता में अपनी पहली शाखा खोली थी और अब यह मुंबई, दिल्ली, चेन्नई जैसे बड़े शहरों में मौजूद है। यहां कंपनी होम लोन, क्रेडिट कार्ड, और वेल्थ मैनेजमेंट जैसी सेवाएं देती है। बैंक डिजिटल बैंकिंग में भी आगे बढ़ रहा है, जिससे ग्राहकों को ऑनलाइन और मोबाइल प्लेटफॉर्म के जरिए सुविधा मिलती है।

First Published - March 15, 2025 | 4:31 PM IST

संबंधित पोस्ट