facebookmetapixel
Stocks to watch today, Sep 12: NBCC, RailTel समेत इन 17 स्टॉक्स पर आज रहेगी निवेशकों की नजर10 करोड़ शेयर वापस खरीदेगी Infosys, अब TCS-Wipro की बारी?Stock Market Today: बाजार में तेजी के संकेत, Infosys बायबैक और IPO पर रहेगी नजर50% अमेरिकी टैरिफ के बाद भारतीय निर्यात संगठनों की RBI से मांग: हमें राहत और बैंकिंग समर्थन की जरूरतआंध्र प्रदेश सरकार ने नेपाल से 144 तेलुगु नागरिकों को विशेष विमान से सुरक्षित भारत लायाभारत ने मॉरीशस को 68 करोड़ डॉलर का पैकेज दिया, हिंद महासागर में रणनीतिक पकड़ मजबूत करने की कोशिशविकसित भारत 2047 के लिए सरकारी बैंक बनाएंगे वैश्विक रणनीति, मंथन सम्मेलन में होगी चर्चाE20 पेट्रोल विवाद पर बोले नितिन गडकरी, पेट्रोलियम लॉबी चला रही है राजनीतिक मुहिमभारत को 2070 तक नेट जीरो हासिल करने के लिए 10 लाख करोड़ डॉलर के निवेश की जरूरत: भूपेंद्र यादवGoogle लाएगा नया फीचर: ग्रामीण और शहरी दर्शकों को दिखेगा अलग-अलग विज्ञापन, ब्रांडों को मिलेगा फायदा

बैंकों व गैर-बैंक इकाइयों के लिए विशेष इंटरनेट डोमेन

विशेष बैंकिंग डोमेन पेश करने का आरबीआई का कदम फिशिंग हमलों जैसे साइबर सुरक्षा खतरों को रोकने की जरूरत के कारण उठाया जा रहा है।

Last Updated- February 08, 2025 | 11:47 AM IST
RBI

भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) बैंकिंग और गैर-बैंकिंग संस्थाओं समेत वित्तीय क्षेत्र के प्रतिभागियों के लिए विशेष इंटरनेट डोमेन पेश कर रहा है। भारतीय बैंकों के पास ‘बैंक डॉट इन’ डोमेन होगा, जबकि गैर-बैंक संस्थाओं के पास ‘फिन डॉट इन’ डोमेन होगा। इसके लिए पंजीकरण इस साल अप्रैल से शुरू होंगे।

विशेष बैंकिंग डोमेन पेश करने का आरबीआई का कदम फिशिंग हमलों जैसे साइबर सुरक्षा खतरों को रोकने की जरूरत के कारण उठाया जा रहा है।

आरबीआई ने एक बयान में कहा, इस पहल का मकसद साइबर सुरक्षा के खतरों और फिशिंग जैसी दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों को कम करना है। साथ ही सुरक्षित वित्तीय सेवाओं को सुव्यवस्थित करना भी मकसद है ताकि डिजिटल बैंकिंग और भुगतान सेवाओं में विश्वास बढ़े।

इंस्टिट्यूट फॉर डेवलपमेंट ऐंड रिसर्च इन बैंकिंग टेक्नोलॉजी (आईडीआरबीटी) विशेष रजिस्ट्रार के रूप में कार्य करेगा।

सरकारी प्रतिभूतियों में फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट

ब्याज दर के जोखिम के प्रबंधन की खातिर बाजार के प्रतिभागियों को इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव वाले प्रॉडक्ट्स के दायरे का विस्तार करने के लिए सरकारी प्रतिभूतियों में फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट शुरू किया जाएगा। यह लंबी अवधि के निवेशकों मसलन बीमा फंडों को विभिन्न चक्रों में ब्याज दर को लेकर जोखिम के प्रबंधन में मदद के लिए लाया जा रहा है। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने ये बातें कही।

First Published - February 8, 2025 | 11:41 AM IST

संबंधित पोस्ट