देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का इरादा बाजार पूंजीकरण के मामले में अगले पांच वर्षों के दौरान दुनिया के शीर्ष 10 बैंकों में शुमार होना है। एसबीआई के चेयरमैन सीएस शेट्टी ने नैशनल स्टॉक एक्सचेंज में पात्र संस्थागत नियोजन में जारी शेयरों को सूचीबद्ध कराने के मौके पर कहा, ‘शेयरधारकों के लिए मूल्य सृजन की गुंजाइश बहुत अधिक है। अगर बाजार अनुकूल रहा तो अगले 5 साल में बाजार पूंजीकरण के मामले में शीर्ष 10 वैश्विक बैंकों में शुमार होने की महत्त्वाकांक्षा है।’
एसबीआई ने क्यूआईपी के जरिये 25,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जो किसी भी भारतीय फर्म की सबसे अधिक धनराशि है। वर्तमान में बाजार पूंजीकरण के मामले में कोई भी भारतीय बैंक शीर्ष 10 वैश्विक बैंकों में शामिल नहीं है। अभी देश का सबसे मूल्यवान बैंक एचडीएफसी बैंक है। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार वैश्विक बैंक दिग्गजों में एचडीएफसी 11वें आईसीआईसीआई 17वें और एसबीआई 27वें स्थान पर है।
भारतीय स्टेट बैंक का बाजार पूंजीकरण मार्च 2021 के अंत में 3.25 लाख करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 4.40 लाख करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2023 में 4.67 लाख करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2024 में 6.71 लाख करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2025 के अंत में 7.13 लाख करोड़ रुपये हो गया। आज बंद भाव के आधार पर एसबीआई का बाजार पूंजीकरण 7.58 लाख करोड़ रुपये रहा।
क्यूआईपी को 4.5 गुना बोलियां मिलीं। कुल मांग में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 64.3 फीसदी थी। दीर्घकालिक निवेशकों को अंतिम आवंटन का 88 फीसदी प्राप्त हुआ, जिसमें विदेशी दीर्घकालिक निवेशकों के साथ रखे गए निर्गम आकार का 24 फीसदी शामिल है। शेट्टी ने कहा, ‘हम जानते थे कि इस निर्गम की अच्छी मांग होगी, लेकिन इस तरह की जबरदस्त प्रतिक्रिया (4.5 गुना) हमारे लिए सुखद आश्चर्य है।’
बैंक ने पात्र संस्थागत खरीदार को 30.6 करोड़ शेयर 817 रुपये की कीमत पर (816.00 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के प्रीमियम सहित) जारी किए जो कुल मिलाकर 25,000 करोड़ रुपये है। यह निर्गम 16 जुलाई को खुला और 21 जुलाई को बंद हुआ था। यह पूंजी एसबीआई के कॉमन इक्विटी टियर (सीईटी-1) बफर को बढ़ाएगी। सीईटी-1 बढ़कर 11.50 फीसदी हो जाएगा, जो 31 मार्च, 2025 को 10.81 फीसदी था। इससे खुदरा, एमएसएमई और कॉरपोरेट खंड में ऋण की बढ़ी मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी।
ऋण पूंजी जुटाने के बारे में पूछे जाने पर शेट्टी ने कहा कि अतिरिक्त टियर 1 (एटी1) बॉन्ड अनिवार्य रूप से मौजूदा टियर 1 प्रतिभूतियों को बदलने के लिए होंगे जो तय अवधि में परिपक्व हो रहे हैं। टियर 2 से बैंक को नई पूंजी मिलेगी। बैंक के बोर्ड ने एटी1 और टियर 2 बॉन्ड के माध्यम से 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी दे दी है।
सावधि जमा दर में और कमी के बारे में पूछे जाने पर एसबीआई के चेयरमैन ने कहा कि मुझे लगता है कि उद्योग में जमा पर ब्याज दरें कम हो रही हैं।