पिछले 28 महीनों के दौरान 5 बार गड़बडिय़ों का सामाना करने के बाद निजी क्षेत्र के देश का सबसे बड़ा बैंक एचडीएफसी बैंक तकनीक संबंधी बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए चार आयाम की योजना पर काम कर रहा है। बैंक ने अपने कारोबार में अत्याधुनिक तकनीक लागू करने का फैसला किया है।
एचडीएफसी बैंक के सभी कर्मचारियों को लिखे पत्र में एचडीएफसी बैंक के एमडी और सीईओ शशि जगदीशन ने कहा, ‘भविष्य की महत्त्वाकांक्षी वृद्धि योजनाओं में मदद के लिए हम अत्याधुनिक तकनीक अपनाने और बदलाव के एजेंडे पर काम कर रहे हैं।’
उन्होंने आगे कहा कि चालू वित्त वर्ष में महामारी से जुड़ी कुछ चुनौतियां होंगी। लेकिन खुदरा, एमएसएमई और कॉर्पोरेट बैंकिंग में बैंक के सामने उपनगरीय से लेकर ग्रामीण बाजारों सहित हर भौगोलिक क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं। इसके अलावा जगदीशन ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया है कि इस साल भी बैंक कंपेंसेशन चक्र के मामले में सामान्य नियमों का पालन करेगा।
बैंक ने ‘तकनीक बदलाव एजेंडे’ पर काम करने का फैसला किया है, जिससे ग्राहकों को सुविधापूर्ण, तेज और बेहतरीन बैंकिंग अनुभव मिल सके।
पत्र में जगदीशन ने कहा कि बैंक बुनियादी ढांचा सुविधाएं बढ़ाने जैसे ‘तकनीक बदलाव एजेंडे’ की पहल कर रहा है, जहां बैंक ने बड़़े पैमाने पर निवेश किया है, जिससे बुनियादी ढांचा किसी भी संभावित लोड को अगले 3 से 5 साल तक आसानी से संभाल सके।
दूसरे, बैंक ने अपने डेटा सेंटर (डीसी) की निगरानी की प्रक्रिया मजबूत की है और नए डीसी में कुछ प्रमुख ऐप्लीकेशन बदले गए हैं। साथ ही बैंक ने निगरानी क्षमता बढ़ाई है।
जगदीशन ने कहा, ‘हमें संभावित सुरक्षा मसलों की जांच करनी होगी और उनका सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहना होगा। पहले हमारे सामने सुरक्षा संबंधी कोई मसला नहीं आया है। लेकिन यह हमेशा ध्यान का अहम क्षेत्र रहा है और आगे इसे और मजबूत करने की कार्ययोजना पर काम चल रहा है।’ इसके अलावा बैंक बढ़ी हुई ऐप्लिकेशन निगरानी व्यवस्था बनाई है।
पिछले कुछ वर्षों के दौरान एचडीएफसी बैंक के ग्राहकों को डिजिटल बैंकिंग सेवाओं के दौरान समस्याओं का सामना करना पड़ा है। पहली बार नवंबर 2018 में ऐसा हुआ था, जब नए मोबाइल ऐप डाउनलोड की अप्रत्याशित मांग के कारण नई मोबाइल बैंकिंग व्यवस्था क्रैश हो गई।
