केनरा बैंक ने आज यानी गुरुवार को सितंबर में समाप्त वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही (FY24Q2) के लिए रिजल्ट्स जारी कर दिए गए हैं। एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में बैंक ने बताया कि दूसरी तिमाही में उसे सालाना आधार पर (Y-o-Y) 42.8 फीसदी का नेट मुनाफा हुआ और उसने 3,606 रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। बैंक ने कहा कि उसकी नेट इंट्रेस्ट इनकम (NII) और एसेट क्वालिटी में स्थिरता की वजह से यह बढ़ोतरी देखने को मिली।
तिमाही आधार पर बात करें तो पब्लिक सेक्टर की कर्जदाता यानी केनरा बैंक को पिछली तिमाही के मुकाबले 2.01 प्रतिशत का नेट मुनाफा हुआ। बैंक ने वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में 3,535 करोड़ रुपये कमाए थे।
BSE पर केनरा बैंक के शेयर 3: 01 बजे 1.30 फीसदी की उछाल के साथ 358.15 रुपये पर ट्रेड करते दिखे। वहीं, NSE पर भी बैंक के शेयर में 4.40 अंक का उछाल देखा गया। केनरा बैंक के शेयन एनएसई पर 1.24 फीसदी की बढ़त के साथ 358.15 रुपये पर ट्रेड करते दिखे। सितंबर के अंत में पूंजी पर्याप्तता अनुपात (Capital adequacy ratio) 16.2 प्रतिशत था जबकि टियर-1 13.6 प्रतिशत था।
वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में NII (नेट इंट्रेस्ट इनकम ) 19.76 प्रतिशत बढ़कर 8,903 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 7,434 करोड़ रुपये था। अगर पिछली तिमाही यानी FY24Q1 से तुलना की जाए तो वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में NII 8,666 करोड़ रुपये के मुकाबले दूसरी तिमाही में NII 2.73 प्रतिशत बढ़ गया।
बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM) Q2FY24 में बढ़कर 3.02 प्रतिशत हो गया, जबकि पिछले साल की समान अवधि (Q2FY23) में यह 2.83 प्रतिशत था। पिछली तिमाही के मुकाबले बैंक का NIM Q1FY24 में 3.05 प्रतिशत से कम हो गया। बैंक ने वित्त वर्ष 24 के लिए NIM को लगभग 3.05 प्रतिशत रखने का गाइडेंस तय किया है।
फीस, कमीशन, ट्रेजरी इनकम और वसूली सहित गैर-ब्याज आय (non-interest income) सालाना आधार पर 3.94 प्रतिशत घटकर 4,635 करोड़ रुपये रह गई। बता दें कि पिछली तिमाही में नेट इंट्रेस्ट इनकम 4,819 करोड़ रुपये थी, जिसके मुकाबले दूसरी तिमाही में मामूली गिरावट आई।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (NPA) घटकर कुल लोन का 4.76 प्रतिशत हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 6.37 प्रतिशत थी।
वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में एडवांस सालाना आधार पर 12.11 प्रतिशत बढ़कर 9.23 ट्रिलियन रुपये हो गया। बैंक ने एक बयान में कहा कि रिटेल, एग्रीकल्चर और MSME क्रेडिट 13.63 प्रतिशत बढ़कर 5.16 ट्रिलियन रुपये हो गया, जो टोटल एडवांसेज का 56 प्रतिशत है।
वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में एडवांसेज सालाना आधार पर 9.23 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया, जो कि 12.11 फीसदी की बढ़ोतरी है।
बैंक को चालू वित्त वर्ष में अपनी लोन बुक में 10.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद है।
टोटल डिपॉडिट सालाना आधार पर 8.66 प्रतिशत बढ़कर 12.32 लाख करोड़ रुपये हो गई। कम लागत वाली जमा – करेंट अकाउंट और सेविंग अकाउंट (CASA) की हिस्सेदारी सितंबर के अंत में 32.15 प्रतिशत थी, जो एक साल पहले 34.02 प्रतिशत थी।
एसेट क्वालिटी प्रोफाइल में सुधार हुआ, सकल एनपीए (gross NPA) एक साल पहले के 6.37 प्रतिशत से घटकर सितंबर तिमाही में 4.76 प्रतिशत हो गया। यह जून 2023 में 5.15 प्रतिशत से नीचे था।