पब्लिक सेक्टर की कर्जदाता बैंक ऑफ बड़ौदा का आज वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही का रिजल्ट जारी हो गया है। बैंक के शुद्ध ब्याज आय (NII) के साथ-साथ गैर-ब्याज आय (non-interest income) में मजबूत वृद्धि के कारण जून 2023 को समाप्त तिमाही (Q1Fy24) में सालाना आधार पर 87.7 प्रतिशत का नेट मुनाफा दर्ज किया। बैंक का नेट प्रॉफिट बढ़कर 4,070 करोड़ रुपये हो गया है।
क्रमिक रूप से, मार्च 2023 को समाप्त तिमाही (Q4Fy23) में सार्वजनिक क्षेत्र के कर्जदाता का लाभ 4,775 करोड़ रुपये था।
शुक्रवार (04 अगस्त, 2023) को BSE पर इसका स्टॉक 0.93 फीसदी गिरकर 191.45 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ था।
बढ़ी इनकम, NIM में भी 3.07 फीसदी इजाफा
बैंक ने एक बयान में कहा कि उसकी शुद्ध ब्याज आय (NII) सालाना आधार पर 24.4 प्रतिशत बढ़कर वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में 10,997 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 8,838 करोड़ रुपये थी। क्रमिक रूप से, NII Q4Fy23 में 11,525 करोड़ रुपये से गिर गया।
शुद्ध ब्याज मार्जिन (Net Interest Margins-NIMs) Q1Fy23 में 3.02 प्रतिशत से बढ़कर Q1Fy24 में 3.27 प्रतिशत हो गया। पिछली तिमाही यानी वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में बैंक का NIM 3.53 प्रतिशत से नीचे था।
गैर-ब्याज आय (non-interest income ) सालाना आधार पर लगभग तीन गुना बढ़कर 3,322 करोड़ रुपये हो गई। क्रमिक रूप से, यानी पिछली तिमाही (Q4Fy23) में यह में 3,466 करोड़ रुपये से कम थी।
बढ़ा BOB का NPA
बैंक की गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPAs) Q1Fy23 में 1,560 करोड़ रुपये से बढ़कर Q1Fy24 में 1,693 करोड़ रुपये हो गई।
Q1FY24 में इसका एडवांस सालाना आधार पर (YoY) 18 प्रतिशत बढ़कर 9.9 लाख करोड़ रुपये हो गई। जिसमें से घरेलू रिटेल लोन पोर्टफोलियो 24.8 प्रतिशत बढ़कर 1.84 लाख करोड़ रुपये हो गया।
घटी चालू खाते और बचत खाते की हिस्सेदारी
BoB की कुल जमा राशि सालाना आधार पर 16.2 प्रतिशत बढ़कर 11.99 लाख करोड़ रुपये हो गई। जून 2023 के अंत में कम लागत वाली जमा – चालू खाता और बचत खाते (CASA) की हिस्सेदारी घटकर 40.33 प्रतिशत हो गई, जो एक साल पहले 44.18 प्रतिशत थी।
एसेट क्वालिटी प्रोफाइल में सुधार हुआ और सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) जून 2022 में 6.26 प्रतिशत से घटकर जून 2023 में 3.51 प्रतिशत हो गई। शुद्ध एनपीए (net NPAs ) भी एक साल पहले के 1.58 प्रतिशत से घटकर जून 2023 में 0.78 प्रतिशत हो गया।
PCR (provision coverage ratio) एक साल पहले के 89.38 प्रतिशत से बढ़कर जून 2023 में 93.23 प्रतिशत हो गया।