इस बार के आम चुनावों में विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नैशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) ने अप्रत्याशित प्रदर्शन कर सभी को चौंका दिया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एकजुट मोर्चा बनाने के लिए पिछले साल बने इस गठबंधन ने इस बार के लोक सभा चुनावों में सीटों के लिहाज से दो सबसे बड़े राज्य माने जाने वाले उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में बड़ी बढ़त हासिल की है।
विपक्षी दलों के इस गठबंधन ने तमिलनाडु जैसे दक्षिण भारत के राज्य में भी दमदार प्रदर्शन किया है और इससे संकेत मिलता है कि एकजुट होकर लड़ने की रणनीति फायदेमंद हो सकती है। कांग्रेस ने इस बार गठबंधन के लिए अपनी सीटें छोड़ी थीं और आजादी के बाद सबसे कम 328 सीटों पर चुनाव में अपने प्रत्याशियों को उतारा था। मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में राहुल गांधी ने कहा कि सभी कांग्रेस नेता इंडिया गठबंधन के सहयोगियों का सम्मान करते हैं और जहां भी गठबंधन लड़ा, हम एकजुटता के साथ लड़े।
शाम 7.30 बजे तक निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इंडिया गठबंधन 234 सीटों पर आगे हैं। भाजपा का नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) 291 सीटों पर आगे चल रहा था जो एक्जिट पोल के 350 से 400 सीटों के अनुमान से काफी कम है। अन्य दल 18 सीटों पर आगे थे।
अधिकतर एक्जिट पोल में अनुमान जताया गया था कि इंडिया गठबंधन करीब 150 सीटों पर जीत सकता है। गठबंधन को सबसे अधिक फायदा उत्तर प्रदेश में मिला जहां समाजवादी पार्टी (सपा) 38 और कांग्रेस 32 सीटों पर आगे थी। भाजपा भी 32 सीटों पर आगे थी मगर यह साल 2019 में जीती गई 62 सीटों से काफी कम है।
प्रदेश में अखिलेश यादव की सपा अपनी वोट हिस्सेदारी साल 2019 के 18.11 फीसदी से बढ़ाकर 33.53 फीसदी करने में सफल रही। कांग्रेस की वोट हिस्सेदारी 6.36 फीसदी से बढ़कर 9.53 फीसदी हो गई और भाजपा की हिस्सेदारी 49.97 फीसदी से कम होकर 41.37 फीसदी रह गई। उत्तर प्रदेश में लोक सभा की सर्वाधिक 80 सीटें हैं।
लोक सभा की 48 सीटों वाले महाराष्ट्र में कांग्रेस 13 सीटों पर बढ़त बनाकर सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है। उसके इंडिया गठबंधन के घटक दल शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) नौ और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) 7 सीटों पर आगे थे। कुल मिलाकर गठबंधन 29 सीटों पर आगे चल रहा था। उनकी संयुक्त वोट हिस्सेदारी 43 फीसदी से अधिक रही।
इंडिया गठबंधन ने तमिलनाडु में भी पसीना बहाया जो सीटों के लिहाज से पांचवां सबसे बड़ा राज्य है। राज्य की सभी 39 सीटों पर गठबंधन आगे चल रहा था जहां द्रविड मुन्नेत्र कषगम 22 सीटों पर आगे थी और कांग्रेस के नौ प्रत्याशी अपनी-अपनी सीटों पर बढ़त बनाए हुए थे। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, विदुथलाई चिरुथिगल काची और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी दो-दो सीटों पर आगे चल रही थी। इस बार विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन ने बिहार में भी सेंध लगाई है जहां खबर लिखे जाने तक गठबंधन 40 में से 9 सीटों पर आगे था। आगे की रणनीति के लिए बुधवार को इंडिया गठबंधन की बैठक होने वाली है।