facebookmetapixel
जीएसटी का मूल सिद्धांत फेल, अगर इनपुट टैक्स क्रेडिट सिस्टम नहीं हो सरलब्याज दर में कटौती के आसार बहुत कम: CPI घटा, जीडीपी स्थिर, निवेशक सतर्कग्रामीण ऋण में असमानता: बैंकिंग पहुंच बढ़ी, मगर अनौपचारिक ऋणों पर निर्भरता बरकरारसहारा की फर्म ने संपत्ति बेचने की मंजूरी के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटायाल्यूपिन ने यूरोप में विस्तार के लिए विसुफार्मा बीवी का 19 करोड़ यूरो में अधिग्रहण कियाDell Technologies ने भारत में AI सर्वर और स्टोरेज कारोबार को बढ़ावा देने पर दिया जोरइजरायल के हाइफा ने शहीद भारतीय सैनिकों दी गई श्रद्धांजलि, बताया: ऑटोमन से भारतीयों ने दिलाई आजादीसरकार एलएबी, केडीए के साथ लद्दाख पर बातचीत के लिए हमेशा तैयार: गृह मंत्रालयभारतीय टीम ने एशिया कप जीतने के बाद मोहसिन नकवी के हाथों ट्रॉफी लेने से किया इनकारM&M ने फिनलैंड की सैम्पो रोसेनल्यू को ₹52 करोड़ में टेरा को बेचने का किया ऐलान

अमेरिकी जवाबी शुल्क की आशंका, भारतीय निर्यात पर असर को लेकर सतर्कता बढ़ी

भारतीय निर्यात पर संभावित असर को लेकर चर्चा जारी, अमेरिका पर निर्भरता के बीच नए बाजारों की तलाश जरूरी

Last Updated- March 07, 2025 | 11:26 PM IST
India US

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा 2 अप्रैल से भारत पर जवाबी शुल्क लगाने की चेतावनी के बीच एक्सपोर्ट ऐंड इम्पोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) ने भारतीय निर्यात पर इसके संभावित असर पर चर्चा की है और सरकार को जानकारी दी है।

बैंक द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के इतर एक्जिम बैंक की उप प्रबंध निदेशक दीपाली अग्रवाल ने कहा, ‘काफी काम किया जा रहा है। हमारे तरफ से भी हमने मंत्रालय को उचित जानकारी दी है। इस पर विमर्श जारी है कि इसे और अधिक प्रासंगिक कैसे बनाया जा सकता है क्योंकि भारत का अधिकतर निर्यात अमेरिका को हाता है और इसका काफी असर पड़ेगा, जो इस पर निर्भर करेगा कि दूसरी तरफ से क्या मांग है।’ मगर उन्होंने साझा की गई जानकारी के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।

उल्लेखनीय है कि अमेरिका में राष्ट्रपति बनते ही डॉनल्ड ट्रंप ने भारत, ब्राजील, चीन जैसे देशों पर जवाबी शुल्क लगाने की धमकी दी थी। उन्होंने मेक्सिको और कनाडा पर भी इसी तरह के शुल्क लगाने की धमकी दी थी। अग्रवाल ने कहा कि भारत का निर्यात अमेरिका में केंद्रित है और अब हमें लैटिन अमेरिका की ओर विविधता लाने की जरूरत है, जहां लगता है कि समय के साथ दिलचस्पी बढ़ रही है। मगर केवल अमेरिका के साथ मसले के कारण इसमें बदलाव नहीं आएगा।

First Published - March 7, 2025 | 11:26 PM IST

संबंधित पोस्ट