भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को कहा कि भारत के डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) की क्षमता रोजाना 1 अरब ट्रांजैक्शन की है। पेमेंट डिजिटल मिशन की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि डिजिटल भुगतान जागरूकता सप्ताह (DPW) 2023 का मकसद देश के हर नागरिक को डिजिटल भुगतान के अनुकूल बनाना है।
दास ने यह भी कहा कि उम्मीद है कि रियल टाइम आधार पर भुगतान करने के लिए कई देश अपनी भुगतान प्रणाली को जोड़ने के लिए भारत के साथ आएंगे, जैसा सिंगापुर के पेनाऊ ने पिछले महीने शुरू किया है।
दास ने कहा, ‘इस समय UPI के तहत किया जाने वाला लेन-देन रोजाना 26 करोड़ है। इस व्यवस्था की क्षमता 100 करोड़ लेन-देन प्रति दिन है। ऐसे में नए ग्राहकों को UPI प्लेटफॉर्म से जोड़ने की कवायद चल रही है।’ UPI से 1 मार्च को 30 करोड़ ट्रांजैक्शन हुआ था।
दास ने कहा, ‘एनपीसीआई तीन समानांतर व्यवस्थाओं में UPI को चला रहा है। इसमें न सिर्फ एक दूसरे के लिए आपदा रिकवरी सुविधा के लिए काम होता है, बल्कि इसका समानांतर परिचालन होता है। अगर किसी वजह से एक व्यवस्था में समस्या आती है तो अन्य व्यवस्था परिचालन में रहती है।’
इसके पहले भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के शीर्ष प्रबंधन ने कहा था कि यह संभव है कि पेमेंट प्लेटफॉर्म से अगले 3 से 5 साल में एक अरब से ज्यादा ट्रांजैक्शन हो, अगर 3 जीरो- जीरो टच (संपर्करहित), जीरो टाइम (नकदी से तेज हस्तांतरण), जीरो कॉस्ट टु कंज्यूमर (उपभोक्ताओं पर लागत का बोझ न होना) का पालन किया जाए।
जनवरी 2023 में UPI से 8 अरब ट्रांजैक्शन हुआ था जो 2016 में इसे पेश जाने के बाद का सर्वोच्च स्तर है। गवर्नर ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि दिसंबर 2022 से हर महीने भारत में 1,000 करोड़ ट्रांजैक्शन हो रहा है।