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Union Budget 2024: नौकरी के लिए युवाओं का कौशल बढ़ाने पर जोर, सीतारमण ने 2 लाख करोड़ रुपये के पैकेज को दी मंजूरी

60 हजार करोड़ रुपये वाली केंद्र प्रायोजित योजना का मकसद राज्य सरकारों और उद्योग की मदद से अगले पांच वर्षों के दौरान 20 लाख से अधिक युवाओं का कौशल बढ़ाना है।

Last Updated- July 23, 2024 | 9:25 PM IST
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Union Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के लाखों युवाओं को नौकरी से जोड़ने के लिए उनका कौशल बढ़ाने पर जोर दिया है। वित्त मंत्री ने 2 लाख करोड़ रुपये के प्रधानमंत्री पैकेज के हिस्से के तौर पर एक नई केंद्र प्रायोजित योजना की घोषणा की है जिसका मकसद कौशल विकास और रोजगार प्रदान करना है। उन्होंने कौशल विकास प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए 1,000 आईटीआई को ‘हब-ऐंड-स्पोक’ मॉडल के तौर पर अपग्रेड करने की भी घोषणा की है।

सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा, ‘इस बार के बजट में हम खास तौर पर रोजगार, कौशल, एमएसएमई और मध्य वर्ग पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इस साल मैंने शिक्षा, रोजगार और कौशल के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।’

60 हजार करोड़ रुपये वाली केंद्र प्रायोजित योजना का मकसद राज्य सरकारों और उद्योग की मदद से अगले पांच वर्षों के दौरान 20 लाख से अधिक युवाओं का कौशल बढ़ाना है। इसके पाठ्यक्रम को उद्योग की जरूरतों के हिसाब से ही तैयार किया जाएगा। 60 हजार करोड़ रुपये में 20 हजार करोड़ रुपये का योगदान राज्य सरकार और 10 हजार करोड़ रुपये का उद्योग की ओर से किया जाएगा, जिसमें उसका कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व शामिल होगा।

इस बीच, अगले पांच वर्षों के दौरान 30 हजार करोड़ रुपये की लागत से औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्रों (आईटीआई) का विकास किया जाएगा।

वित्त मंत्री ने मॉडल कौशल ऋण योजना को संशोधित कर 7.5 लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराने की भी घोषणा की। इससे सालाना 25 हजार छात्रों को मदद मिलने की उम्मीद है। वित्त मंत्री ने घरेलू संस्थानों में उच्च शिक्षा के लिए 10 लाख रुपये तक के ऋण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने की भी घोषणा की है। यह लाभ उन छात्रों को मिलेगा जो किसी भी सरकारी योजना के लाभार्थी नहीं हैं। सीतारमण ने कहा, ‘इस उद्देश्य के लिए हर साल 1 लाख छात्रों को ऋण राशि के 3 फीसदी की वार्षिक ब्याज छूट के लिए ई-वाउचर दिए जाएंगे।’

उद्योग और शिक्षण संस्थानों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए वित्त मंत्री ने 63 हजार करोड़ रुपये की इंटर्नशिप योजना की भी घोषणा की। अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री ने पांच साल की अवधि में 500 शीर्ष कंपनियों में एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करने के लिए यह महत्त्वाकांक्षी योजना शुरू करने का प्रस्ताव रखा। योजना के तहत युवाओं को 5,000 रुपये प्रति माह का इंटर्नशिप भत्ता और 6,000 रुपये की एकमुश्त सहायता प्रदान की जाएगी।

बजट के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चाहे कौशल विकास की बात हो या उच्च शिक्षा या फिर 1 करोड़ युवाओं के लिए इंटर्नशिप योजना, इससे देश के गांव और गरीब परिवारों के युवाओं को बड़ी-बड़ी कंपनियों में काम करने का मौका मिलेगा, जिससे उनके लिए नए रास्ते खुलेंगे।

टीमलीज डिग्री अप्रेंटिसशिप के मुख्य रणनीति अधिकारी सुमित कुमार ने कहा कि उन्नत कौशल कार्यक्रम जैसे संशोधित मॉडल कौशल ऋण और ई-वाउचर के जरिये उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता बाजार की मांगों के अनुरूप कौशल विकास को बढ़ाएगी और बढ़ावा देगी। उन्होंने कहा कि सीएसआर फंड से होने वाली इस इंटर्नशिप योजना से देश के युवाओं को वास्तविक दुनिया का अनुभव मिलेगा और इससे शिक्षा एवं व्यावहारिक अनुभव के अंतर को भी पाटने में मदद मिलेगी।

First Published - July 23, 2024 | 9:25 PM IST

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