facebookmetapixel
PM Kisan Yojana: e-KYC अपडेट न कराने पर रुक सकती है 21वीं किस्त, जानें कैसे करें चेक और सुधारDelhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण ने पकड़ा जोर, अस्पतालों में सांस की बीमारियों के मरीजों की बाढ़CBDT ने ITR रिफंड में सुधार के लिए नए नियम जारी किए हैं, टैक्सपेयर्स के लिए इसका क्या मतलब है?जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा बड़ा जाल फरीदाबाद में धराशायी, 360 किलो RDX के साथ 5 लोग गिरफ्तारHaldiram’s की नजर इस अमेरिकी सैंडविच ब्रांड पर, Subway और Tim Hortons को टक्कर देने की तैयारीसोने के 67% रिटर्न ने उड़ा दिए होश! राधिका गुप्ता बोलीं, लोग समझ नहीं रहे असली खेलIndusInd Bank ने अमिताभ कुमार सिंह को CHRO नियुक्त कियाहाई से 40% नीचे मिल रहा कंस्ट्रक्शन कंपनी का शेयर, ब्रोकरेज ने कहा- वैल्यूएशन सस्ता; 35% तक रिटर्न का मौकात्योहारी सीजन में दिखा खरीदारी का स्मार्ट तरीका! इंस्टेंट डिजिटल लोन बना लोगों की पहली पसंदQ2 में बंपर मुनाफे के बाद 7% उछला ये शेयर, ब्रोकरेज बोले – BUY; ₹298 तक जाएगा भाव

Retail Inflation: खुदरा मुद्रास्फीति 12 महीने में सबसे कम

Retail Inflation: खाद्य पदार्थों के दाम ऊंचे रहने के बावजूद ईंधन और मुख्य वस्तुओं के दाम नरम होने से खुदरा मुद्रास्फीति नीचे आई है।

Last Updated- June 12, 2024 | 10:47 PM IST
SBI research report

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति मई में घटकर 4.7 फीसदी रह गई, जो 12 महीने में इसका सबसे कम आंकड़ा है। खाद्य पदार्थों के दाम ऊंचे रहने के बावजूद ईंधन और मुख्य वस्तुओं के दाम नरम होने से खुदरा मुद्रास्फीति नीचे आई है। मगर औद्योगिक उत्पादन में थोड़ी नरमी देखी गई। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) अप्रैल में 5 फीसदी बढ़ा, जबकि मार्च में यह 5.4 फीसदी बढ़ा था।

राष्ट्रीय सां​ख्यिकी कार्यालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार खाद्य मुद्रास्फीति मई में 8.69 फीसदी रही, जो अप्रैल में 8.7 फीसदी थी। अनाज, अंडे, फल और दालों के दाम बढ़ने से खाद्य मुद्रास्फीति ऊंची बनी हुई है। मगर स​ब्जियों के दाम में कमी आई है।

केयर रेटिंग्स की मुख्य अर्थशास्त्री रजनी सिन्हा ने कहा कि ईंधन और बिजली में नरमी आई है मगर खाद्य मुद्रास्फीति ऊंची बनी हुई है, जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, ‘मॉनसून सामान्य रहने के अनुमान से खाद्य मुद्रास्फीति घटने की उम्मीद है मगर मॉनसून में कहां-कहां कितनी बारिश होगी, यह देखना जरूरी है। ऊंची खाद्य मुद्रास्फीति के अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिंसों के दाम बढ़ने से भी मुद्रास्फीति बढ़ने का जोखिम बना हुआ है।’

बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा कि लू के थपेड़ों से सब्जियों की आपूर्ति प्रभावित हुई है और आलू, प्याज तथा टमाटर के दाम एक-दो महीने और बढ़े रह सकते हैं।

औद्योगिक उत्पादन की बात करें तो विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में नरमी के कारण आईआईपी वृद्धि प्रभावित हुई है। अप्रैल में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 3.9 फीसदी बढ़ा जबकि मार्च में यह 5.7 फीसदी बढ़ा था। 23 विनिर्माण क्षेत्रों में से 6 में ही उत्पादन बढ़ा है। पूंजीगत वस्तुओं का उत्पादन 3.1 फीसदी बढ़ा है।

First Published - June 12, 2024 | 10:47 PM IST

संबंधित पोस्ट