facebookmetapixel
Editorial: भारत में अनुबंधित रोजगार में तेजी, नए रोजगार की गुणवत्ता पर संकटडबल-सर्टिफिकेशन के जाल में उलझा स्टील सेक्टर, QCO नियम छोटे कारोबारियों के लिए बना बड़ी चुनौतीस्लैब और रेट कट के बाद, जीएसटी में सुधार की अब आगे की राहइक्विटी म्युचुअल फंड्स में इनफ्लो 22% घटा, पांच महीने में पहली बार SIP निवेश घटाGST मिनी बजट, लार्जकैप के मुकाबले मिडकैप और स्मॉलकैप में जो​खिम: शंकरन नरेनAIF को मिलेगी को-इन्वेस्टमेंट योजना की सुविधा, अलग PMS लाइसेंस की जरूरत खत्मसेबी की नॉन-इंडेक्स डेरिवेटिव योजना को फ्यूचर्स इंडस्ट्री एसोसिएशन का मिला समर्थनभारत की चीन को टक्कर देने की Rare Earth योजनानेपाल में हिंसा और तख्तापलट! यूपी-नेपाल बॉर्डर पर ट्रकों की लंबी लाइन, पर्यटक फंसे; योगी ने जारी किया अलर्टExpanding Cities: बढ़ रहा है शहरों का दायरा, 30 साल में टॉप-8 सिटी में निर्मित क्षेत्रफल बढ़कर हुआ दोगुना

भारत की तेल मांग 2040 के मध्य तक होगी स्थिर, वैश्विक मांग 2035 के बाद गिरने की संभावना: बीपी एनर्जी

जून में इंटरनैशनल एनर्जी एजेंसी ने अनुमान लगाया था कि कच्चे तेल की आपूर्ति में सतत वृद्धि वैश्विक मांग को पीछे छोड़ देगी, जिससे 2030 तक बाजार में तेल की अधिकता हो जाएगी।

Last Updated- August 21, 2024 | 10:08 PM IST
India's oil demand will be stable till mid-2040, global demand likely to fall after 2035: BP Energy भारत की तेल मांग 2040 के मध्य तक होगी स्थिर, वैश्विक मांग 2035 के बाद गिरने की संभावना: बीपी एनर्जी

बीपी एनर्जी के मुख्य अर्थशास्त्री स्पेंसर डेल ने बुधवार को कहा कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए भारत की तेल की मांग 2040 के मध्य तक स्थिर हो जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि तेल की वैश्विक मांग 2035 तक स्थिर हो जाएगी, उसके बाद गिरनी शुरू होगी।

संवाददाताओं को जानकारी देते हुए डेल ने कहा, ‘मौजूदा स्थिति को देखते हुए तेल की वैश्विक मांग 2035 में तेल की मांग उतनी ही रहेगी, जितनी मांग आज है। तेल की मांग अगले 10 साल तक स्थिर बनी रहेगी।’ यह जानकारियां बीपी एनर्जी आउटलुक 2024 रिपोर्ट से सामने आई हैं।

उन्होंने कहा, ‘ज्यादातर उभरते देशों में तेल की मांग में वृद्धि जारी है, वहीं ओईसीडी सहित विकसित देशों में पिछले 15-20 साल से तेल की मांग कम हो रही है। चीन में तेल की मांग इस दशक के बाद गिरनी शुरू हो जाने की उम्मीद है।’

जून में इंटरनैशनल एनर्जी एजेंसी ने अनुमान लगाया था कि कच्चे तेल की आपूर्ति में सतत वृद्धि वैश्विक मांग को पीछे छोड़ देगी, जिससे 2030 तक बाजार में तेल की अधिकता हो जाएगी। बीपी की रिपोर्ट में कहा गया है कि सड़क परिवहन में तेल की मांग तेजी से गिर रही है। डेल ने कहा कि वाहनों की कार्यकुशलता में सुधार के साथ इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री के कारण ऐसा हो रहा है।

उन्होंने कहा, ‘हमने पाया है कि भारत में दोपहिया वाहनों का विद्युतीकरण हो रहा है, लेकिन अब प्राकृतिक गैस से चलने वाले दोपहिया वाहन भी अपनी भूमिका निभाने जा रहे हैं। हमें अभी साफ नहीं है कि तेल से चलने वाले वाहनों को कम करने में बिजली से चलने वाले वाहन अहम भूमिका निभाएंगे, या प्राकृतिक गैस के वाहन इनकी जगह लेंगे।’

First Published - August 21, 2024 | 10:08 PM IST

संबंधित पोस्ट