देश में आठ प्रमुख उद्योगों के बलबूते बुनियादी क्षेत्र का उत्पादन इस साल अक्टूबर में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 12.1 प्रतिशत तक बढ़ा। उत्पादन में बढ़ोतरी की प्रमुख वजह, बिजली, कोयला, इस्पात और सीमेंट जैसे चार उद्योगों में कम तुलनात्मक आधार प्रभाव और दो अंकों की वृद्धि रही। अक्टूबर 2022 में बुनियादी क्षेत्र के उत्पादन में 0.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। सितंबर के आंकड़ों को संशोधित कर पहले के 8.1 प्रतिशत से 9.2 प्रतिशत कर दिया गया था।
बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने अक्टूबर के आंकड़ों के बारे में कहा, ‘इससे अच्छे संकेत मिलते हैं क्योंकि यह बुनियादी ढांचा क्षेत्र में बड़े स्तर की गतिविधियों को दर्शा रहा है जिसे केंद्र सरकार और कुछ राज्य सरकारों का समर्थन हासिल है।’
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री (शोध एवं संपर्क) अदिति नायर ने कहा कि बुनियादी क्षेत्र के उत्पादन में दिख रही तेजी को वर्ष 2022 के त्योहारी सीजन की शुरुआत के संदर्भ में अवश्य देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘त्योहारी कैलेंडर में यह बदलाव अक्टूबर और नवंबर में सालाना तुलना को स्पष्ट नहीं कर पाता है ऐसे में इन महीनों के लिए औसत सालाना वृद्धि प्रदर्शन देखना बेहतर होता है।’
बिजली के क्षेत्र की वृद्धि दर पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 20.3 प्रतिशत रही जो 16 महीने में सबसे अच्छी वृद्धि है। वहीं सीमेंट क्षेत्र में 17.1 प्रतिशत और कोयले में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हालांकि दूसरी तरफ इस्पात क्षेत्र की वृद्धि दर घटकर 12 महीने के निचले स्तर 11 प्रतिशत पर चली गई।
सबनवीस का कहना है कि खनन और बिजली क्षेत्र में तेज वृद्धि में कम आधार का प्रभाव देखा गया। उन्होंने कहा, ‘बिजली के क्षेत्र में अच्छी वृद्धि से संकेत मिलते हैं कि कोयला क्षेत्र के समर्थन से बेहतर आर्थिक गतिविधि देखी जा रही है।’
इस साल अक्टूबर में कच्चे तेल का उत्पादन 1.3 प्रतिशत और प्राकृतिक गैस का उत्पादन 9.9 प्रतिशत बढ़ा, जबकि अक्टूबर, 2022 में इनमें क्रमशः 2.2 प्रतिशत और 4.2 प्रतिशत की गिरावट आई थी। इस साल अक्टूबर में रिफाइनरी उत्पादों का उत्पादन 4.2 प्रतिशत रहा, जबकि अक्टूबर 2022 में इसमें 3.1 प्रतिशत की गिरावट आई थी। हालांकि, इस साल अक्टूबर में उर्वरक उत्पादन में वृद्धि 5.3 प्रतिशत रही, जबकि अक्टूबर 2022 में यह 5.4 प्रतिशत थी।
आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अक्टूबर के दौरान आठ बुनियादी उद्योगों की उत्पादन वृद्धि 8.6 प्रतिशत रही, जो पिछले साल समान महीने में 8.4 प्रतिशत थी। ये आंकड़े इसलिए भी महत्त्वपूर्ण हैं क्योंकि आठ प्रमुख क्षेत्रों- कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली – का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 40.27 प्रतिशत का योगदान है।