वित्त मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि 2,000 रुपये के लगभग 77 प्रतिशत नोट बैंकों में जमा कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सर्कुलेशन में 2000 रुपये के नोटों की संख्या मात्रा मतलब वॉल्यूम के हिसाब से 30 जून को घटकर 41.8 करोड़ रह गई, जो 19 मई को 1.77 अरब थी। मंत्रालय ने कहा कि प्रचलन में इन नोटों का मूल्य 19 मई को 3.56 लाख करोड़ रुपये से घटकर 30 जून को 84,000 करोड़ रुपये हो गया।
19 मई को, RBI ने 2000 रुपये के बैंक नोटों को सर्कुलेशन से वापस लेने का फैसला लिया था, हालांकि उन्होंने कहा था कि ये नोट अभी भी लीगल टेंडर बने रहेंगे। दूसरी ओर, आरबीआई ने बैंकों को 2000 के नोट जारी करना बंद करने की सलाह दी थी और कहा कि सभी 2,000 रुपये के नोटों को 30 सितंबर, 2023 से पहले बदल दिया जाना चाहिए।
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2,000 रुपये के बैंकनोट नवंबर 2016 में आरबीआई अधिनियम, 1934 की धारा 24 (1) के तहत पेश किए गए थे, इनको जारी करने का मुख्य उद्देश्य उस समय नोटबंदी की वजह से 500 और 1000 रुपये के नोटों की भरपाई करना था। जब दूसरे बैंकनोट पर्याप्त संख्या में बाजार में उपलब्ध हो गए, तो 2000 के नोट को बाजार में लाने का मकसद पूरा हो गया। इसी वजह से, 2018-19 में 2000 रुपये के बैंकनोट की प्रिटिंग बंद कर दी गई थी।
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गौर करने वाली बात है कि 2000 के नोटों को बदलनी की आखिरी तारीख 30 सितंबर है। ऐसे में अगर आपके पास ये नोट हैं, तो 30 सितंबर के पहले उन्हें बदल लें।