इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में केवल 4 मैचों में 655 रन बना चुके युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल जब धर्मशाला में खेले जाने वाले आखिरी टेस्ट में बल्लेबाजी करने उतरेंगे तो उनके सामने टेस्ट क्रिकेट के रिकॉर्ड की उस फेहरिस्त में अपना नाम दर्ज कराने का मौका होगा जो हर क्रिकेटर के लिए फक्र की बात होती है।
यशस्वी के नाम टेस्ट क्रिकेट में केवल 15 पारियों में 971 रन हैं। इस तरह से धर्मशाला टेस्ट में उनके पास अपने 1000 रन पूरा करने का मौका होगा। टेस्ट क्रिकेट में अब तक करीब 140 साल के इतिहास में केवल 7 बल्लेबाज ही 16 या उससे कम पारियों में 1000 टेस्ट रन बना पाए हैं। इस लिस्ट में एकमात्र भारतीय बल्लेबाज विनोद कांबली हैं। जिन्होंने साल 1994 में 14 पारियों में अपने 1000 टेस्ट रन पूरे किए थे।
21वीं सदी में यह कारनामा करने वाले पहले बल्लेबाज होंगे यशस्वी जायसवाल
बहरहाल, यशस्वी अगर इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट की पहली पारी में 29 रन बना पाते हैं तो वह यह कारनामा करने वाले भारत के दूसरे और दुनिया के सातवें क्रिकेटर होंगे। साथ ही, 21वीं सदी में यह कारनामा करने वाले पहले बल्लेबाज होंगे।
इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया 3-1 से आगे चल रही है और सीरीज में अजेय बढ़त बना चुकी है। सीरीज का आखिरी टेस्ट धर्मशाला में 7 मार्च से शुरू हो रहा है। टीम इंडिया का मकसद इस मैच में महमानों को एक बार फिर से चारो खाने चित करने का होगा ताकि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की पॉइंट टेबल में अपनी स्थिति को और बेहतर बनाया जा सके।