राहुल द्रविड़ के बाद टीम इंडिया का अगला कोच कौन बनेगा? बीसीसीआई ने टीम इंडिया के नए कोच की तलाश शुरू कर दी है। बाकायदा इसके लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है और कैंडीडेट्स को अपने आवेदन 27 मई तक भेजने को कहा गया है। बहरहाल, इस बीच कई सारे नामों पर चर्चा का बाजार पहले से गर्म है। जिनमें गौतम गंभीर, स्टीफन फ्लैमिंग और जस्टिन लैंगर जैसे दिग्गजों का नाम शामिल है। अब इनमें से कौन दरवाजा तोड़कर अंदर आएगा ये तो समय ही बताएगा।
भारतीय क्रिकेट कोच की जिम्मेदारी बहुत बड़ी होती है और साथ ही साथ काफी दबाव भी झेलना पड़ता है। कोच को साल में कम से कम 10 महीने बाहर रहना पड़ता है, अपने परिवार से दूर रहना पड़ता है और यह सुनिश्चित करना होता है कि टीम अच्छा प्रदर्शन करे। हालांकि काम कठिन है, तो वहीं फायदे भी कम नहीं हैं।
10 करोड़ तक हो सकता है हेड कोच का सालाना वेतन
सबसे पहले बात करते हैं वेतन की – राष्ट्रीय क्रिकेट कोच का वेतन सालाना 10 करोड़ रुपये तक जा सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार राहुल द्रविड़ को इतनी ही रकम मिल रही है, जो इस पद के लिए अब तक दिया गया सबसे बड़ा वेतन है। उनसे पहले रवि शास्त्री को कुछ सालों तक ₹8 करोड़ मिलते थे, लेकिन 2019 में उनकी सैलरी बढ़ा दी गई थी।
इसके अलावा, कोच के यात्रा और रहने का खर्च भी जाहिर सी बात है, टीम वहन करती है। और ये यात्रा और रहने की कोई साधारण व्यवस्था नहीं होती है। कोच टीम के साथ बिजनेस क्लास में यात्रा करते हैं और दुनिया भर के सबसे बेहतरीन होटलों में रहते हैं।
अब बिजनेस क्लास में सफर करते हैं खिलाड़ी
2017 तक खिलाड़ियों को इकोनॉमी क्लास में सफर करना पड़ता था। उस समय पैर रखने की जगह कम होने और इकोनॉमी में ज्यादा फैन्स होने की वजह से खिलाड़ियों को काफी परेशानी होती थी। इसी वजह से 2017 में फैसला लिया गया कि पूरी टीम बिजनेस क्लास में ही यात्रा करेगी।
पूर्व क्रिकेटर कपिल देव ने तो यह भी सुझाव दिया था कि क्रिकेट बोर्ड को टीम के लिए अपना खुद का विमान खरीद लेना चाहिए। ये भविष्य में हो भी सकता है।
टूर्नामेंट या सीरीज के दौरान टीम और कोच को रोजाना भत्ता भी मिलता है। विदेशी दौरों के लिए ये भत्ता 2019 में बढ़ाकर $250 (₹17,799.30) कर दिया गया था, जो पहले $125 (₹8,899.65) हुआ करता था। ये भत्ता घूमने-खाने जैसे उनके निजी खर्च के लिए होता है।
बड़ी जीत पर कोच और खिलाड़ियों को बोनस के रूप में भी अतिरिक्त पैसा मिलता है। उदाहरण के तौर पर, 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की ऐतिहासिक जीत के बाद बीसीसीआई ने कोच अनिल कुंबले को ₹25 लाख का बोनस दिया था।