नई देसी कैब सेवा भारत टैक्सी जल्द ही दिल्ली में पूरी तरह शुरू होने जा रही है। द इकोनॉमिक टाइम्स (ET) की रिपोर्ट के मुताबिक, यह सेवा जनवरी में लॉन्च होगी। फिलहाल दिल्ली और गुजरात के कुछ इलाकों में इसका ट्रायल चल रहा है। भारत टैक्सी को ओला, उबर और रैपिडो जैसी बड़ी राइड-हेलिंग कंपनियों को चुनौती देने के लिए उतारा गया है।
भारत टैक्सी का संचालन सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड कर रही है। यह एक ड्राइवरों की अपनी कंपनी है, जिसमें ड्राइवर ही मालिक होते हैं। कंपनी का दावा है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी ड्राइवर-मालिकाना टैक्सी सेवा है। इसके साथ एक लाख से ज्यादा ड्राइवर जुड़े हैं, जिनमें कार, ऑटो-रिक्शा और बाइक टैक्सी चालक शामिल हैं। यह सेवा दिल्ली और गुजरात के सौराष्ट्र इलाके में उपलब्ध है।
भारत टैक्सी जीरो कमीशन मॉडल पर काम करती है। इसका मतलब यह है कि ड्राइवर को सवारी से मिलने वाला पूरा किराया मिलता है और कंपनी कोई कमीशन नहीं काटती। हालांकि, आगे चलकर कंपनी करीब 20 फीसदी शुल्क ले सकती है, लेकिन यह रकम ड्राइवरों को प्रोत्साहन और इंसेंटिव के रूप में वापस दी जाएगी।
भारत टैक्सी का मोबाइल ऐप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। अब तक इसे 75 हजार से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है। ऐप में पारदर्शी किराया, कई भाषाओं में सपोर्ट, रियल-टाइम गाड़ी ट्रैकिंग और 24 घंटे ग्राहक सहायता जैसी सुविधाएं दी गई हैं। सुरक्षा के लिहाज से ड्राइवरों की जांच की जाती है और ऐप को दिल्ली पुलिस समेत दूसरी एजेंसियों से जोड़ा गया है।
भारत टैक्सी का किराया दूसरी टैक्सी सेवाओं से सस्ता रखा गया है। अगर दूरी चार किलोमीटर तक है, तो किराया 30 रुपये होगा। चार से 12 किलोमीटर तक जाने पर हर किलोमीटर का किराया 23 रुपये देना होगा। अगर सफर 12 किलोमीटर से ज्यादा का है, तो हर किलोमीटर के लिए 18 रुपये लगेंगे। इसमें एसी और बिना एसी वाली टैक्सी, बड़ी गाड़ी और अच्छी टैक्सी का विकल्प मिलेगा। कंपनी का कहना है कि बुक करने के बाद दो मिनट में टैक्सी मिल जाएगी।
भारत टैक्सी ऐप को मेट्रो जैसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवाओं से भी जोड़ा गया है। इससे यात्री एक ही ऐप के जरिए टैक्सी और मेट्रो दोनों का इस्तेमाल कर अपना पूरा सफर आसानी से प्लान कर सकते हैं।
भारत टैक्सी और ओला-उबर जैसी दूसरी कैब सेवाओं में सबसे बड़ा फर्क यह है कि यहां शुरुआती दौर में ड्राइवर को 100 फीसदी भुगतान मिलेगा। कंपनी सर्ज प्राइसिंग से बचने की योजना बना रही है, हालांकि कुछ खास हालात में किराया बदला जा सकता है। इसके अलावा, एयरपोर्ट और दूसरी अहम जगहों पर भारत टैक्सी के अलग स्टैंड बनाने की भी तैयारी है। हालांकि, कई ड्राइवर एक साथ ओला, उबर और भारत टैक्सी तीनों प्लेटफॉर्म पर काम करते रह सकते हैं।