बीएस बातचीत
पिछले साल कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल्स का अधिग्रहण करने वाली कंपनी मणिपाल हॉस्पिटल्स अब विलय-अधिग्रहण एवं आंतरिक स्रोतों के जरिये विस्तार पर ध्यान दे रही है। मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी दिलीप होसे ने समरीन अहमद से बातचीत में कहा कि अस्पताल शृंखला कोविड टीकाकरण अभियान के अगले चरण की तैयारी कर रही है। पेश हैं मुख्य अंश:
आगामी टीकाकरण अभियान के लिए मणिपाल अस्पतालों में क्या तैयारियां चल रही हैं?
बड़े स्तर के टीकाकरण को संचालित करने की क्षमता आपूर्ति पर निर्भर करती है, इसलिए हम आपूर्ति के संबंध में सरकार से संकेतों का इंतजार कर रहे हैं। यदि इसमें कोई समस्या नहीं आई तो हमारे पास टीकाकरण क्लीनिक हैं जो इन टीकों का प्रबंधन करेंगे। यह इंस्ट्रैम्युक्युलर इंजेक्शन है और हमारी नर्सें इसे लगाने के लिए प्रशिक्षित की गई हैं। हमारे पास करीब 4,500 नर्स हैं जो मणिपाल हॉस्पिटल्स नेटवर्क का हिस्सा हैं, लेकिन उनका इस्तेमाल सिर्फ टीकाकरण के लिए नहीं किया जा सकता है, क्योंङ्क्षक हमारे पास इन-पेशेंट और आउट-पेशेंट जिम्मेदारियां भी हैं। यदि आपूर्ति उपलब्ध रही तो हम अपने पूरे नेटवर्क में हर दिन 20,000 तक लोगों को शामिल कर सकते हैं। जब सरकार अपने दिशा-निर्देश जारी कर देगी तो हमें प्रक्रिया को पेश करने में सिर्फ करीब तीन दिन लगेंगे।
क्या आप टीकाकरण के लिए बड़ी कंपनियों से पूछताछ दर्ज कर रहे हैं?
कंपनियों में बड़े स्तर पर जरूरत है तो हम उनके लिए ऑफसाइट वैक्सीनेशन सेंटर स्थापित कर सकते हैं। हमसे बेंगलूरु स्थित बड़े आकार के आईटी उद्यमों, निर्माण कंपनियों और आवासीय वेलफेयर एसोसिएशनों द्वारा ऑफसाइट सेंटर के बारे में संपर्क किया गया है।
इस तरह के बड़े अभियान में प्रौद्योगिकी का क्या योगदान रह सकता है?
कोविन ऐप रिकॉर्डों पर नजर रखकर उन करीब 27 करोड लोगों का प्रबंधन कर सकता है, जो अगले चरण में टीकाकरण के लिए योग्य हैं। अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर जा रहे लोगों को कोविड वैक्सीन पासपोर्ट देने की जरूरत हो सकती है जिसे स्मार्टफोन के जरिये जारी किया जा सकेगा।
क्या कोविड ने मणिपाल अस्पतालों में कामकाज के तौर तरीकों को बदला है?
हमारे अस्पताल तकनीक-केंद्रित थे, लेकिन ज्यादातर बैकेंड से संबंधित थे। लेकिन अब प्रौद्योगिकी ने टेलीकंसल्टेशन के जरिये ग्राहकों के साथ आमने-सामने जुड़ाव के लिए इंटरफेस प्रदान किया है। परिवहन और यात्रा को खोले जाने के बाद भी हर दिन हमारे करीब 10 प्रतिशत आउटपेशेंट कंसल्टेशन अभी भी मणिपाल ऐप पर हो रहे हैं, जो वीडियो आधारित है।
क्या मणिपाल हॉस्पिटल्स में मरीजों की उपस्थिति कोविड
से पहले जैसी स्थिति में लौट आई है?
जहां आउटपेशेंट यानी बाह्य रोगी खंड कोविड-पूर्व स्तर के करीब 80 प्रतिशत पर है, वहीं इनपेशेंट के लिए हम कोविड-पूर्व जैसी स्थिति में लौटे हैं।
क्या कोलंबिया एशिया अधिग्रहण पूरा हो गया है? यह कंपनी के लिए कितना फायदेमंद होगा?
हमें उम्मीद है कि यह अधिग्रहण प्रक्रिया मार्च तक पूरी हो जाएगी, क्योंकि हम इसके लिए नियामकीय मंजूरियों का इंतजार कर रहे हैं।