विस्तारा ने गुरुवार को कहा कि पिछले कुछ दिनों के दौरान बीमार पड़ने की वजह से छुट्टी लेने वाले पायलटों की संख्या में इजाफा नहीं हुआ है और उड़ानों को रद्द किए जाने और देरी की समस्या खराब मौसम, हवाई यातायात पर दबाव, एयरक्राफ्ट की अचानक मैंटेनेंस की वजह से हुई है।
एयरलाइन का यह बयान उन खबरों के बाद आया है जिनमें कहा गया था कि नए वेतन ढांचे के विरोध के बाद बड़ी संख्या में पायलट सिक लीव पर चले गए हैं। एयर इंडिया के साथ विस्तारा के विलय की वजह से उनको नए वेतन ढांचे की पेशकश की गई में है।
विस्तारा के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम मानते हैं कि पिछले कुछ दिनों में हमारी कुछ उड़ानें रद्द हुईं और उनमें देरी हुई लेकिन हम यह साफ करते हैं कि यह सिर्फ पायलटों के गैर हाजिर रहने से ही नहीं हुआ है। कुछ विमानों की अचानक मैंटेनेंस जरूरत, उत्तर भारत में कुछ दिनों से चल रहे खराब मौसम, हवाई यातायात पर दबाव और अन्य रोजमर्रा की परिचालन समस्याओं जैसे कई कारकों का हमारे पूरे नेटवर्क पर प्रभाव पड़ा।’
अधिकारी ने कहा कि बीमार बताने वाले पायलटों की संख्या में इजाफा नहीं हुआ है और यह विस्तारा के श्रम बल नियोजन के दायरे के भीतर ही है। अधिकारी ने कहा, ‘हम अपने फ्लाइट शिड्यूल को बनाए रखने की दिशा में काम कर रहे हैं और अपने ग्राहकों को बिना किसी बाधा के कनेक्टिविटी मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे नियंत्रण से बाहर वाली वजहों से ग्राहकों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है।’
इस बदलाव के तहत विस्तारा के पायलटों को मौजूदा 70 घंटे के बजाय 40 घंटे के लिए निर्धारित वेतन मिलेगा। उन्हें अतिरिक्त उड़ान घंटों के लिए भी पैसा मिलेगा और एयरलाइन के साथ काम करने के उनके वर्षों के आधार पर रिवार्ड के तौर पर अतिरिक्त रकम भी मिलेगी। कम्प्टीशन ऐंड कंज्यूमर कमीशन ऑफ सिंगापुर (सीसीसीएस) ने इस महीने के शुरू में विलय को अपनी मंजूरी दी।