टाटा संस (TATA Sons) और सिंगापुर एयरलाइंस (Singapore Airlines) ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) को भेजे अपने आवेदन में कहा है कि विस्तारा (Vistara) और एयर इंडिया (Air India) के विलय से प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में कोई बदलाव नहीं आएगा। यह आवेदन सोमवार को सौंपा गया था।
नवंबर में दोनों पक्षों ने एयरलाइनों का विलय करने की योजना की घोषणा की थी। विस्तारा में टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस की 51.49 फीसदी हिस्सेदारी है।
विलय सौदे के तहत, सिंगापुर एयरलाइंस ने 25.1 फीसदी हिस्सेदारी के लिए एयर इंडिया की शेयर पूंजी में 2,059 करोड़ रुपये निवेश करने का निर्णय लिया है। टाटा ग्रुप के पास शेष हिस्सेदारी बनी रहेगी। दोनों पक्षों को यह सौदा मार्च 2024 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।