facebookmetapixel
वर्ल्ड बैंक रिपोर्ट: दक्षिण एशिया में GenAI से पेशेवर नौकरियों में 20% तक कमी, एआई-कौशल वालों को फायदाIPO: LG को दुलार, वीवर्क का बेड़ा पार; टाटा कैपिटल को दूसरे दिन मिली 75% बोलियांजीएसटी कटौती का असर : नवरात्र में यात्री वाहन बिक्री में 5.8 फीसदी उछालभ्रामक विज्ञापन, फिनफ्लुएंसर कंटेंट को ट्रैक करने के लिए AI का इस्तेमाल करेगा सेबीत्योहारी मांग व जीएसटी फायदे पर सवार हीरो मोटोकॉर्प, 2 महीनें में शेयर 28% की रफ्तार से भागादूसरे की तुलना में इ​क्विटी पर हमारा ज्यादा निवेश: केनरा रोबेको म्युचुअल फंड सीईओ रजनीश नरूलाम्युचुअल फंड्स की इक्विटी खरीद ₹4 लाख करोड़ के पार, FPI बिकवाली के बीच भी बरकरार रहा भरोसाStock Market: लगातार चौथे दिन चढ़ा शेयर मार्केट, फाइनैंशियल स्टॉक्स की अगुआई में चढ़े बाजारQ2 में मजबूत रही म्युचुअल फंड की ग्रोथ, इक्विटी और हाइब्रिड फंड्स में बढ़ा निवेशICICI Pru MF का एयूएम ₹10 लाख करोड़ के पार, देश की दूसरी फंड कंपनी बनी

फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस के ग्राहक भारत में होंगे अमेरिका से ज्यादा

फिलहाल, अमेरिका में एफडब्ल्यू के करीब 1 करोड़ ग्राहक हैं और भारत में 60 लाख। हमें उम्मीद है कि भारत जल्द ही अमेरिका से आगे निकल जाएगा।

Last Updated- October 16, 2024 | 10:00 PM IST
Indus Towers

स्वीडन की दूरसंचार गियर विनिर्माता एरिक्सन ने कहा है भारत जल्द ही 5जी फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (एफडब्ल्यूए) ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या में अमेरिका को पीछे छोड़ देगा और साल 2030 तक उसके 8.5 से 10 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हो जाएंगे।

दक्षिण पूर्वी एशिया, ओशिनिया और भारत के मार्केट प्रमुख एंड्रेस विसेंट ने एफडब्ल्यूए की वृद्धि पर कहा कि अमेरिका में फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस में इजाफा हो रहा है और यही स्थिति हम भारत में भी देख रहे हैं। फिलहाल, अमेरिका में एफडब्ल्यू के करीब 1 करोड़ ग्राहक हैं और भारत में 60 लाख। हमें उम्मीद है कि भारत जल्द ही अमेरिका से आगे निकल जाएगा।

अधिकांश देशों में एफडब्ल्यूए को विश्व भर में 5जी के सबसे सफल उपयोगों में से एक माना जाता है। फाइबर से होम ब्रॉडबैंड की शुरुआत करने वाली भारतीय कंपनियों के लिए नियामकीय सख्ती के कारण खुदाई करने में परेशानी आ रही था। वे अब एफडब्ल्यू को आगे बढ़ाकर होम फिक्स्ड ब्रॉडबैंड बाजार का विस्तार करने पर जोर दे रही हैं।

विसेंट ने कहा कि वह 5जी एडवांस्ड की शुरुआत पर भी विचार कर रहे हैं, जो अगले दो वर्षों में भारत जैसे देशों में और अधिक क्षमताओं के साथ 5जी प्रौद्योगिकी का विकास है।

उन्होंने कहा, ‘अमेरिका, चीन और भारत ये तीन देश 5जी एडवांस्ड की दिशा में आगे बढ़ेंगे क्योंकि उनके पास बड़ी संख्या में ग्राहक और संसाधन हैं। हमें उम्मीद है सिंगापुर, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश भी इस दिशा में बढ़ेंगे।

First Published - October 16, 2024 | 9:59 PM IST

संबंधित पोस्ट