टाटा संस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने जेनरेटिव आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (जेन-एआई) को साल 2024 की इकलौती परिवर्तनकारी शक्ति बताया। उन्होंने कहा कि उसके पास इंसानों जैसी तर्क और विश्लेषण, ग्राहक अनुभव और मार्केटिंग क्षमता है। हाल में टीसीएस की सालाना रिपोर्ट में उन्होंने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, ‘जेन-एआई महज एक और प्रौद्योगिकी चक्र नहीं है, यह सभ्यता में बदलाव है। सेमीकंडक्टर, क्लाउड कंप्यूटिंग, क्वांटम टेक्नॉलजी, रोबोटिक्स और ऊर्जा नवाचार में समानांतर प्रगति की ताकत के साथ इसे बड़े पैमाने पर तेजी से अपनाया जा रहा है।’
टीसीएस एआई दिग्गज के तौर पर स्थापित होने के लिए चार वेक्टर पर विचार कर रही है। इनमें एआई एजेंटों का बड़ा पूल स्थापित करना शामिल है, जो इसके कर्मचारियों के साथ मिलकर काम करता है और ह्यूमन प्लस एआई मॉडल के जरिये समाधान प्रदान करता है। इसके अलावा कंपनी एआई डेटा सेंटर और क्लाउड बुनियादी ढांचे में भी निवेश करने की योजना बना रही है। साथ ही उसकी हार्डवेयर प्रदाताओं, समाधान इनोवेटर्स और स्टार्टअप के साथ उद्योग-सर्वश्रेष्ठ साझेदारी बनाने की भी योजना है।
चंद्रशेखरन ने कहा, ‘यह एकीकृत नजरिया हमें अपने प्रत्येक ग्राहक तक सर्वोत्तम क्षमताएं पहुंचाने में मदद करेगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि वे भविष्य के लिए तैयार, लचीले और प्रतिस्पर्धी हों। हम उद्देश्य, नवाचार और जिम्मेदारी के साथ उद्योग का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।’
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन 29 मई को समूह की कंपनी टाटा केमिकल्स के चेयरमैन एवं निदेशक पद से हट जाएंगे। टाटा केमिकल्स ने बुधवार को शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि चंद्रशेखरन ने 28 मई, 2025 के अपने पत्र में निदेशक और चेयरमैन पद से हटने के अपने इरादे से अवगत कराया है। कंपनी ने कहा कि टाटा केमिकल्स के बोर्ड ने बुधवार को चंद्रशेखरन के पद छोड़ने के अनुरोध पर संज्ञान लिया। (भाषा)