दोपहिया वाहनों की बिक्री में त्योहारी मांग के कारण मार्च में तेजी रही। वहीं सख्त ईंधन उत्सर्जन मानदंड के बावजूद वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में भी वृद्धि रही।
मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों ने कहा कि वित्त वर्ष के अंतिम महीने में वाहनों की संख्या में वृद्धि का कारण त्योहारी सीजन और उत्सर्जन के नए नियम लागू होने से पहले तेज खरीदारी को बताया जा रहा है।
नए नियम 1 अप्रैल से लागू हो गए। अब वाहन विनिर्माताओं को अपनी गाड़ियों में एक उपकरण लगाना होगा जो उत्सर्जन की जांच करेगा। इससे लागत में भी वृद्धि होगी। मारुति सुजूकी, हीरो मोटोकॉर्प और टाटा मोटर्स सहित सभी कंपनियों ने पहले ही लागत बढ़ने के कारण वाहनों की कीमतों मे बढ़ोतरी कर दी थी।
संख्या के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी बाइक निर्माता हीरो की घरेलू बिक्री में 20.9 फीसदी का इजाफा हुआ है जबकि टीवीएस मोटर मे बिक्री में 22.5 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है। रॉयल इनफील्ड की बाइक की बिक्री 2.4 फीसदी बढ़ी है।
विश्लेषकों ने बिना ज्यादा बताए कहा कि मार्च में मासिक आधार पर वृद्धि हुई लेकिन दो पहिया वाहनों की बिक्री में कोई सुधार नहीं दिखा।
यात्री वाहनों में मारुति सुजुकी ने घरेलू बिक्री में 0.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की जबकि टाटा मोटर्स ने 4.1 फीसदी का इजाफा देखा।
हालांकि, महंगे और लोकप्रिय यूटिलिटी व्हीकल्स (यूवी) की मांग पर कोई असर नहीं पड़ा। मारुति सुजुकी की यूवी बिक्री 48 फीसदी बढ़ गई और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की बिक्री में 31 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
घरेलू वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में भी लगातार इजाफा दिख रहा है। नए ईंधन उत्सर्जन नियम लागू हो जाने के बाद बस और ट्रकों की कीमतों में इजाफा होने से पहले ही फ्लीट ऑपरेटर्स और लॉजिस्टिक्स कंपनियों ने इसकी खरीदारी कर ली है।
अशोक लीलैंड ने घरेलू बिक्री में 23.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की, जबकि आयशर मोटर्स ने मासिक बिक्री 42 फीसदी बढ़ी। दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्न ने घरेलू बिक्री में 2 फीसदी का इजाफा दर्ज किया।
विश्लेषकों ने कहा, ‘उद्योगों से अधिक मांग औऱ बीएस6-II नियम लागू होने से पहले मझोले और भारी ट्रकों की बिक्री अनुमान से अधिक रही।’