facebookmetapixel
RSS ‘स्वयंसेवक’ से उपराष्ट्रपति तक… सीपी राधाकृष्णन का बेमिसाल रहा है सफरभारत के नए उप राष्ट्रपति चुने गए सीपी राधाकृष्णन, बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के भारी अंतर से हरायासेबी ने IPO नियमों में ढील दी, स्टार्टअप फाउंडर्स को ESOPs रखने की मिली मंजूरीNepal GenZ protests: नेपाल में क्यों भड़का प्रोटेस्ट? जानिए पूरा मामलाPhonePe का नया धमाका! अब Mutual Funds पर मिलेगा 10 मिनट में ₹2 करोड़ तक का लोनभारतीय परिवारों का तिमाही खर्च 2025 में 33% बढ़कर 56,000 रुपये हुआNepal GenZ protests: प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी दिया इस्तीफापीएम मोदी ने हिमाचल के लिए ₹1,500 करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान किया, मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख की मददCredit risk funds: क्रेडिट रिस्क फंड्स में हाई रिटर्न के पीछे की क्या है हकीकत? जानिए किसे करना चाहिए निवेशITR Filing2025: देर से ITR फाइल करना पड़ सकता है महंगा, जानें कितनी बढ़ सकती है टैक्स देनदारी

देश के आठ प्रमुख शहरों में 50 लाख रुपये तक के घरों की बिक्री 16% घटी

नाइट फ्रैंक ने कहा कि 2023 में कुल आवास बिक्री पांच प्रतिशत बढ़कर 3,29,097 इकाई हो गई, जो इससे पिछले वर्ष 3,12,666 इकाई थी।

Last Updated- January 03, 2024 | 2:02 PM IST
Macrotech Developers

देश के आठ प्रमुख शहरों में पिछले साल 50 लाख रुपये कीमत तक के घरों की बिक्री 16 प्रतिशत घटकर 98,000 इकाई रह गई है। नाइट फ्रैंक इंडिया की बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि संपत्ति की कीमतों में उछाल और आवास ऋण पर ऊंचे ब्याज की वजह से घरों की बिक्री में गिरावट आई है। हालांकि, इसके बावजूद शीर्ष आठ शहरों…दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद में बीते साल सभी मूल्य वर्ग में घरों की बिक्री पांच प्रतिशत बढ़कर 3,29,907 इकाई पर पहुंच गई।

रिपोर्ट में कहा गया है कि 50 लाख रुपये तक कीमत के घरों की आपूर्ति में पिछले साल सालाना आधार पर करीब 20 प्रतिशत की गिरावट आई। इससे सस्ती आवासीय इकाइयों की बिक्री घट गई। मध्यम आय वर्ग और लक्जरी आवास खंड में ऊंची मांग की वजह से घरों की कुल बिक्री 10 साल के उच्चस्तर पर पहुंच गई।

रियल एस्टेट सलाहकार नाइट फ्रैंक इंडिया एक वेबिनार में यह रिपोर्ट जारी की। इसमें कहा गया है कि 50 लाख रुपये और उससे कम कीमत वाली आवासीय संपत्तियों की बिक्री 2022 के 1,17,131 इकाई के आंकड़े से घटकर 2023 में 97,983 इकाई रह गई। इससे कुल आवास बिक्री में किफायती घरों की हिस्सेदारी 37 प्रतिशत से घटकर 30 प्रतिशत रह गई है। एक करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले घरों की हिस्सेदारी 2022 के 27 प्रतिशत से बढ़कर 2023 में 34 प्रतिशत हो गई।

नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘‘अधिक महंगी संपत्तियों की ओर बदलाव की वजह से आवास बाजार ने 2023 में भी अच्छी तेजी हासिल की।’’

मुंबई में 50 लाख रुपये और उससे कम कीमत के घरों की बिक्री 2023 में 6% घटी

उन्होंने कहा कि देश की मजबूत आर्थिक बुनियाद की वजह से खरीदारों का दीर्घावधि का निवेश करने का भरोसा बढ़ा है। वर्ष 2018 में कुल आवासीय बिक्री में किफायती घरों की हिस्सेदारी 54 प्रतिशत थी। मुंबई में 50 लाख रुपये और उससे कम कीमत के घरों की बिक्री 2023 में छह प्रतिशत घटकर 39,093 इकाई रह गई, जो इससे पिछले वर्ष में 41,595 इकाई थी।

किफायती आवास खंड में सबसे अधिक गिरावट बेंगलुरु में देखी गई। बेंगलुरु में सस्ते घरों की बिक्री 46 प्रतिशत घटकर 8,141 इकाई रह गई। 2022 में यह आंकड़ा 15,205 इकाई का था। दिल्ली-एनसीआर के बाजार में सस्ते घरों की बिक्री 44 प्रतिशत घटकर 7,487 इकाई रह गई, जो 2022 में 13,290 इकाई थी।

नाइट फ्रैंक ने कहा कि 2023 में कुल आवास बिक्री (Housing sale) पांच प्रतिशत बढ़कर 3,29,097 इकाई हो गई, जो इससे पिछले वर्ष 3,12,666 इकाई थी। मुंबई में कुल आवास बिक्री दो प्रतिशत बढ़कर 86,871 इकाई हो गई, जो 2022 में 85,169 इकाई थी। इसी तरह दिल्ली-एनसीआर में बिक्री तीन प्रतिशत बढ़कर 60,002 इकाई रही, जो इससे पिछले साल 58,460 इकाई थी।

बेंगलुरु में कुल बिक्री एक प्रतिशत बढ़कर 53,363 इकाई से 54,046 इकाई हो गई। वहीं पुणे में बिक्री 13 प्रतिशत बढ़कर 43,409 इकाई से 49,266 इकाई हो गई। चेन्नई में आवास बिक्री पांच प्रतिशत बढ़कर 14,920 इकाई हो गई। हैदराबाद में बिक्री 31,046 इकाई के आंकड़े से छह प्रतिशत बढ़कर 32,880 इकाई हो गई।

कोलकाता में बिक्री 16 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 14,999 इकाई हो गई। इसी तरह अहमदाबाद में घरों की बिक्री 15 प्रतिशत बढ़कर 16,113 इकाई हो गई, जो पिछले साल 14,062 इकाई थी।

First Published - January 3, 2024 | 2:02 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट