पिछले एक दशक में यह पहली बार है कि भारत के प्रमुख 9 शहरों में मकानों की बिक्री नई लॉन्चिंग से 73 फीसदी ज्यादा हुई है। यह भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार का संकेत है। साथ ही यह दर्शाता है कि बिल्डर अब नई लॉन्चिंग से पहले लॉन्च किए गए मकानों की बिक्री और समय पर इनकी डिलीवरी देने पर जोर दे रहे हैं। भारत की रियल एस्टेट रिसर्च और एनालिटिक्स फर्म प्रॉपइक्विटी द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार देश के प्रमुख 9 शहरों में वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में 69,349 नये मकान लॉन्च हुए, जबकि इसी तिमाही में 1,20,275 मकानों की बिक्री हुई है। जाहिर है लॉन्चिंग की तुलना में बिक्री 73 फीसदी ज्यादा हुई।
कुल बिक्री 10 फीसदी बढ़ी, लॉन्चिंग 30 फीसदी घटी
वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में 98,735 मकान लॉन्च हुए थे, जबकि बिक्री का आंकड़ा 1,09,464 था। इस तरह वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में वर्ष 2021 की इसी तिमाही की तुलना में लॉन्चिंग 30 फीसदी घटी, जबकि बिक्री करीब 10 फीसदी बढ़ी। प्रॉपइक्विटी के संस्थापक और प्रबंध निदेशक समीर जसूजा कहते हैं कि रियल एस्टेट उद्योग के सामने कई चुनौतियों के बावजूद वर्ष 2022 में संपत्तियों की बिक्री में जोरदार सुधार हुआ। यहां तक कि ब्याज दरों में लगातार वृद्धि के बाद भी ऐंड यूजर के तौर संपत्ति खरीदने के लिए ऋण ले रहे थे। आवासीय रियल एस्टेट में उच्च बिक्री के साथ वर्ष समाप्त हो गया है और टियर-1 शहरों में सीमित नए लॉन्च के साथ चौथी तिमाही में हाल की पिछली कुछ तिमाहियों में रिकॉर्ड बिक्री हुई।
कुल बिक्री बढ़ी, लेकिन दिल्ली—एनसीआर व चेन्नई में घटी
प्रॉपइक्विटी की इस रिपोर्ट के मुताबिक साल दर साल आधार पर मकानों की कुल बिक्री में 10 फीसदी इजाफा हुआ है। लेकिन दिल्ली—एनसीआर व चेन्नई ऐसे दो प्रमुख क्षेत्र रहे, जिनमें बिक्री घटी। साल-दर-साल आधार पर हैदराबाद में बिक्री में सबसे ज्यादा 24 फीसदी वृद्धि देखी गई। इसके बाद नवी मुंबई में 23 फीसदी और मुंबई में 22 फीसदी वृद्धि हुई।
ठाणे में 16 फीसदी, पुणे में 3 फीसदी, बेंगलुरु में 2 और कोलकाता में मकानों की बिक्री में 1 फीसदी इजाफा हुआ। हालांकि, दिल्ली एनसीआर में 7 फीसदी और चेन्नई में मकानों की बिक्री में 2 फीसदी गिरावट दर्ज की गई। नई लॉन्चिंग के मामले में सबसे ज्यादा 62 फीसदी गिरावट कोलकाता में दर्ज की गई। चेन्नई व नवी मुंबई में मकानों की लॉन्चिंग में इजाफा हुआ है, जबकि बाकी शहरों में गिरावट देखी गई।