चीनी वाहन विनिर्माता की भारतीय सहायक कंपनी बीवाईडी इंडिया साल 2025 से हर साल अपनी बिक्री को दोगुना करना चाहती है। दीपक पटेल के साथ बातचीत में बीवाईडी इंडिया में इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों के प्रमुख राजीव चौहान ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कंपनी इलेक्ट्रिक एसयूवी पेश करने जा रही है और प्लग इन हाइब्रिड पेश करने पर भी विचार कर रही है। इसके अलावा, बीवाईडी अपने टच प्वाइंट के विस्तार की योजना भी बना रही है, जिसका लक्ष्य अगले 6 से 8 महीनों में दोगुना करने का है। मुख्य अंशः
पिछले साल हमने 2,500 इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की बिक्री की है। हम भारत की इकलौती कंपनी हैं जो सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री करती है, इसलिए पिछले साल का आंकड़ा हमारे लिए विश्वास बढ़ाने वाला है। इस साल (कैलेंडर वर्ष) का दो तिहाई हिस्सा बीत चुका है और हमने अब तक करीब 2,000 कार बेचे हैं। हम शायद इस साल के अंत तक 3,500 से 4,000 कार बेंचेंगे, जो एक साल पहले के मुकाबले 30 फीसदी की वृद्धि होगी। साल 2024 में हमारी बिक्री का करीब 25 फीसदी हिस्सा सील सेडान से आया और शेष हिस्सेदारी अट्टो 3 की रही, जो एक मध्यम आकार की एसयूवी है।
हम दो सीमाओं का मूल्यांकन कर रहे हैं। हम पता लगा रहे हैं कि क्या हमें 40 से 45 लाख रुपये तक वाली एसयूवी पेश करनी चाहिए या फिर 20 से 25 लाख रुपये तक वाली एसयूवी बाजार में ला सकते हैं। जो भी व्यवसाय हमें मजबूत बनाएगा हम उसी पर ध्यान देंगे, इस पर फैसला करने के लिए हमारा पास साल के अंत तक का वक्त है।
आप सही कह रहे हैं। 15 से 25 लाख वाली श्रेणी में तगड़ी होड़ है। वहीं दूसरी ओर 40 से 50 लाख रुपये वाली श्रेणी पर लगभग कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। इसलिए हमें यह सोचना होगा कि हम तगड़ी होड़ में शामिल हों अथवा कम गाड़ियां बेचकर एक उच्च स्तर यानी 40 से 50 लाख रुपये वाली श्रेणी में एक बड़ा ब्रांड बनें। इसलिए, यह निर्णय एक बेहतर शोध पर ही आधारित होना चाहिए। यह इस साल के अंत तक पता लग जाएगा।
हम फिलहाल खुद को एक प्रीमियम ब्रांड ही मानते हैं। ऐसे में सवाल है कि क्या हमें ऐसे करते रहना चाहिए या फिर बड़े पैमाने पर बाजार में उतरना चाहिए। मुझे निजी तौर पर ऐसा लगता है कि हमें अपने ब्रांड और उसकी उत्कृष्ट तकनीक के बारे में आमलोगों को बताने के लिए भारत में काफी काम करना होगा और उसके बाद ही हम बड़े बाजार में कार बेच सकते हैं। यह एक बड़ा परिवर्तन हो सकता है। मगर इलेक्ट्रिक वाहन के बाजार में तगड़ी होड़ है।
साल 2025 की पहली और दूसरी तिमाही में मारुति, ह्युंडै जैसी कई कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहन के बाजार में उतरी हैं। इसलिए शायद हम स्थिति के आधार पर तत्काल इस बड़े बाजार में उतर सकते हैं।
हमारे पास एक मजबूत योजना है। फिलहाल हमारे पास देश के 23 शहरों में 27 डीलरशिप और 20 वर्कशॉप हैं। उनमें से करीब 75 फीसदी टच प्वाइंट बड़े शहरों में हैं शेष मझोले शहरों में हैं। अगले छह से आठ महीनों में अपने टच प्वाइंट की संख्या दोगुना करना चाहते हैं और 40 से 45 शहरों तक पहुंचना चाहते हैं। यह विस्तार मुख्य तौर पर मझोले शहरों में होगा। इससे ही लोग बीवाईडी को ब्रांड के तौर पर जानेंगे।
बिल्कुल, हमें उस गति से तालमेल बिठाना होगा। अगर हम अपने नेटवर्क को दोगुना कर रहे हैं, तो साल 2025 में हमारी अपनी मात्रात्मक वृद्धि 2.2 गुना होनी चाहिए। हमने अपने लिए कोई लक्ष्य तय नहीं किया है मगर हम अल्पावधि के लिए कुछ वर्षों तक हर साल अपनी बिक्री को दोगुना करना चाहते हैं।
मुझे लगता है कि इस बारे में हम आपको कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं बता पाएंगे। लेकिन, हां कुछ चर्चाएं जरूर चल रही हैं। ये काफी समय से चल रही है। मगर इसका कोई नतीजा नहीं निकला है।
दो-चार महीनों के आंकड़ों से यह नहीं कहा जा सकता है कि इलेक्ट्रिक वाहन बाजार गिर रहा है। हमें इस साल के आठ महीनों के आंकड़े देखेंगे तो पाएंगे कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री बढ़ रही है। दूसरी बात यह भी है कि भारतीय कार बाजार में विकल्पों की संख्या भी सीमित है। कल (बुधवार) भी एक इलेक्ट्रिक वाहन (जेएसडब्ल्यू एमजी का विंडसर) पेश किया गया है। हमारी पेशकश ग्राहकों को एक और विकल्प देगी। ग्राहकों को बड़े विकल्प अगले साल से मिलेंगे जब मारुति, ह्युंडै, किआ जैसी उद्योग की दिग्गज कंपनियां अपना पहला इलेक्ट्रिक वाहन पेश करेंगी। तब भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री साल 2025 में दोगुनी हो सकती है।