अमेरिकी सब्सिडियरी नोवेलिस (Novelis) के मजबूत प्रदर्शन और तांबा व्यवसाय में बेहतर रिटर्न से हिंडाल्को इंडस्ट्रीज को वित्त वर्ष 2024 की सितंबर तिमाही (FY24Q2) में अपना राजस्व तिमाही आधार पर (Q-o-Q) 2 प्रतिशत तक बढ़ाकर 54,100 करोड़ रुपये पर पहुंचाने में मदद मिली।
नोवेलिस के फ्लैट रोल्ड प्रोडक्ट्स (FRP) सेगमेंट की बिक्री उत्तर अमेरिकी और यूरोपीय व्यवसाय में सुधार की मदद से तिमाही आधार पर 6 प्रतिशत बढ़कर 933,000 टन रही, हालांकि एक साल पहले के मुकाबले इसमें 5.2 प्रतिशत की कमजोरी दर्ज की गई।
भारत में कम उत्पादन लागत और नोवेलिस के बेहतर प्रदर्शन के बावजूद कंसोलिडेटेड एबिटा तिमाही आधार पर 2 प्रतिशत घटकर 5,610 करोड़ रुपये रह गया।
नोवेलिस द्वारा अगली कुछ तिमाहियों के दौरान प्रति टन एबिटा में सुधार दर्ज किए जाने की संभावना है, जबकि निजी कोयला खदानें खुलने से वित्त वर्ष 2026 से उसके भारतीय व्यवसाय को फायदा होगा।
कंपनी को ज्यादा मार्जिन वाले उत्पादों पर जोर दिए जाने से भी वित्त वर्ष 2026 से वृद्धि को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। ऑटो और एयरोस्पेस क्षेत्र में मांग मजबूत बनी रहेगी, लेकिन मुद्रास्फीति और ऊंची ब्याज दरों से कमजोर स्पेशियल्टी बिक्री को बढ़ावा मिल रहा है।
वैश्विक एल्युमीनियम की मांग सुस्त है। भारत में मांग वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर (Y-o-Y ) 10 प्रतिशत बढ़ी। एल्युमीनियम कीमतें अल्पावधि में 2,100-2,300 डॉलर के दायरे में बने रहने की संभावना है।
उत्तर अमेरिका में नोवेलिस की खेपें तिमाही आधार पर 5 प्रतिशत बढ़कर 390,000 टन पर पहुंच गईं। यूरोप में ये तिमाही आधार पर 2 प्रतिशत बढ़कर 256,000 टन रहीं और एशिया में तिमाही आधार पर 1 प्रतिशत घटकर 175,000 टन दर्ज की गईं। दक्षिण अमेरिका में, खेपें तिमाही आधार पर 21 प्रतिशत बढ़कर 144,000 टन रहीं।
प्रबंधन का मानना है कि बेवरेज केन के स्टॉक की बिक्री लगभग पूरी हो गई है और बेवरेज सेगमेंट वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में सुधार दर्ज कर सकता है।
तीसरी तिमाही नोवेलिस के लिए मौसमी तौर पर कमजोर मानी जाती है और चरणबद्ध तरीके से मैंटेनेंस एवं ऑपरेशन बंद रखे जाने की वजह से बिक्री में कमी आएगी।
वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में नोवेलिस का प्रति टन एबिटा वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के 450-500 डॉलर के दायरे से सुधरकर 525 डॉलर पर पहुंच सकता है।
नोवेलिस का पूंजीगत खर्च (capex ) वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के दौरान 28.5 करोड़ डॉलर (वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 33.3 करोड़ डॉलर) रहा और पूंजीगत खर्च अनुमान पूरे वित्त वर्ष 2024 के लिए 1.5-1.8 अरब डॉलर के दायरे में है।
कंपनी की 2.8 अरब डॉलर की बे मिनेट परियोजना (Bay Minette greenfield project ) वित्त वर्ष 2026 में शुरू होने की संभावना है।
भारत में अपस्ट्रीम एल्युमीनियम खेपें तिमाही आधार पर 2 प्रतिशत घटकर 334,000 टन रह गईं, लेकिन डाउनस्ट्रीम बिक्री में 15 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
दूसरी तिमाही में अपस्ट्रीम एबिटा प्रति टन तिमाही आधार पर 9 प्रतिशत बढ़कर 751 डॉलर रहा, जो पहली तिमाही में 691 डॉलर था।
कंपनी ओडिशा में 20 लाख टन सालाना क्षमता वाली एल्युमिना रिफाइनरी परियोजना और 160 मेगावॉट के एक निजी बिजली प्लांट पर दो चरणों में करीब 8,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
विश्लेषक 580 रुपये तक के मूल्यांकन के साथ इस शेयर पर सकारात्मक दिख रहे हैं।